कंगना रनोट ने कांग्रेस सरकार पर सुभाषचंद्र बोस से पक्षपात करने के आरोप लगाए हैं। कंगना ने सुभाषचंद्र बोस को भारत का पहला प्रधानमंत्री बताया। इस पर एंकर ने कंगना से कहा कि बोस भारत के पहले प्रधानमंत्री नहीं थे। इस पर कंगना ने कहा- वे (सुभाषचंद्र बोस) प्राइम मिनिस्टर नहीं थे। क्यों? वे कहां चले गए? उन्हें गायब क्यों कर दिया
कंगना ने ये भी कहा कि एक बंदा जो अपना खून देकर हमें आजादी दिलाता है, जर्मनी-जापान से मिलकर युद्ध करके हमें आजादी दिलाता है, वे हमें एक आजाद देश घोषित करते हैं, उन्हें भारत में लैंड नहीं करने दिया जाता। जो लोग जेल में टेलीविजन देखते थे, वे सरकार चलाते हैं। मेरे पास सबूत हैं कि वे (कांग्रेस नेता) लोग ब्रिटिश सरकार का एक्सटेंशन थे।
भाजपा ने कंगना को हिमाचल प्रदेश के मंडी से उम्मीदवार बनाया है। अपने बयान को लेकर कंगना सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही हैं। एक्टर प्रकाश राज ने भी कंगना रनोट और BJP का मजाक उड़ाया है। उन्होंने वीडियो शेयर कर लिखा, सुप्रीम जोकर पार्टी के जोकर… क्या अपमान है।
कंगना रनोट ने एक हफ्ते तक चुनावी जनसभाओं में कांग्रेस पर लगातार निशाना साधा। अब हिमाचल के मंत्रियों-नेताओं ने कंगना को घेरना शुरू कर दिया है। कोई कंगना रनोट को आयातित अभिनेत्री बता रहा है तो कोई मुंबई वाली। कुछ नेता कंगना के लिए सनी देओल की मिसाल दे रहे हैं तो कई उन्हें नेता नहीं, अभिनेत्री बोल रहे हैं।
डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री- दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के पास चुनाव लड़ने को नेता नहीं है। विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस के छह नेता और मंडी लोकसभा के लिए मुंबई से अभिनेत्री को लाना पड़ा।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह- आज का वोटर बहुत सतर्क है। वह पूछेगा कि जब प्रदेश में बाढ़ आई, तब वह कहां थीं। कंगना परिवारों से मिलतीं, जो उस दौरान सड़कों पर थे। उस दौरान प्रदेश में त्राहि-त्राहि मची थी, तब कंगना कहां थीं।
कंगना ने X पर लिखा- जो लोग भारत के पहले पीएम को लेकर मुझे ज्ञान दे रहे हैं, वे ये पोस्ट पढ़ें। बिगनर्स (शुरुआत करने वाले) के लिए कुछ सामान्य ज्ञान है। कई जीनियस ने कहा कि मुझे कुछ पढ़ लेना चाहिए। मैं उन्हें कहना चाहती हूं कि मैंने एक इमरजेंसी नाम की फिल्म बनाई है, जिसे मैंने लिखा है, डायरेक्ट किया और उसमें एक्टिंग भी की है। यह फिल्म मुख्य रूप से नेहरू परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है, इसलिए कृपया कोई छेड़छाड़ न करें।
अगर मैं आपके आईक्यू से आगे की बात बोलती हूं और आपको लगता है कि मुझे जानकारी नहीं होगी तो ये आपका खुद पर मजाक है और यह घटिया है।
कंगना रनोट ने 2021 में एक निजी चैनल के इवेंट में कहा था- सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा, लेकिन ये भी याद रहे कि हिंदुस्तानी-हिंदुस्तानी का खून न बहाए। उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन। पर वो आजादी नहीं थी वो भीख थी। जो आजादी मिली है, वह 2014 में मिली है।
2019 में हुए पुलवामा हमले पर एक्ट्रेस ने कहा था- पाकिस्तान पर प्रतिबंध समाधान नहीं है, पाकिस्तान का विनाश ही समाधान है।
समाज में लड़कियों की स्थिति पर कंगना ने कहा था- लड़कियों को सुपरहीरो की तरह ट्रेनिंग देनी चाहिए, न कि डॉग्ज की तरह, ताकि वे हमेशा घर संभालने के लिए तैयार रहें।
कंगना रनोट ने 7 दिन में मंडी के छह विधानसभा क्षेत्रों में 17 जनसभाएं कीं। उन्होंने लगभग हर जनसभा में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के आपत्तिजनक पोस्ट को मुद्दा बनाया।
मंडी में सात दिन तक धुआंधार प्रचार के बाद कंगना रनोट मुंबई चली गई हैं। बताया जा रहा है कि कंगना अगले चार-पांच दिन मुंबई में अपने पर्सनल काम निकालकर 10 अप्रैल तक वापस हिमाचल लौटेंगी। 11 अप्रैल को वे कुल्लू जिला से जनसंपर्क अभियान शुरू करेंगी।