जॉनसन एंड जॉनसन ने गुरुवार को बताया कि उसकी सिंगल-शॉट कोरोना वैक्सीन ने डेल्टा समेत अन्य वैरिएंट के खिलाफ मजबूत प्रतिक्रिया दिखाई है और संक्रमण के खिलाफ अधिक व्यापक रूप से टिकाऊ सुरक्षा प्रदान करती है। हेल्थकेयर कंपनी ने कहा कि डेटा से पता चला है कि यह टीका लगवाने वाले लोगों में इम्युनीटि कम से कम आठ महीने तक रही। यह टीका 85% प्रभावी है और अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु को रोकने में भी मददगार है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, आने वाले समय में कोरोना का डेल्टा वैरिएंट विश्वभर में हावी हो जाएगा। फिलहाल दुनिया के 96 देशों में इसे वैरिएंट के मामले पाए गए। जीनोम सीक्वेंसिंग की क्षमताएं सीमित होने के कारण संभव है कि वास्तविक आंकड़ा इससे अधिक हो।
जॉनसन एंड जॉनसन के दवाओं के कारोबार में अनुसंधान और विकास के प्रमुख मथाई मैमन ने बयान में कहा कि अब तक अध्ययन किए गए आठ महीनों के वर्तमान आंकड़ों से पता चलता है कि जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल-शॉट कोरोना वैक्सीन एक मजबूत न्यूट्रलाइज़िंग एंटीबॉडी प्रतिक्रिया उत्पन्न करती है, जो कम नहीं होती है; बल्कि, समय के साथ इसमें सुधार देखने को मिलती है। अमेरिकी फॉर्मा कंपनी ने कहा कि वैक्सीन लेने वाले लोगों में डेल्टा सहित सभी वैरिएंट के खिलाफ मजबूत न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी देखने को मिला है।
बता दें कि पिछले हफ्ते डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेबरेसस ने डेल्टा को अभी तक पाए गए कोरोना वैरिएंट्स में सबसे संक्रामक बताया था। यह वैरिएंट सबसे पहले भारत में पाया गया था। इस वैरिएंट की वजह से ब्रिटेन में पाबंदियां एक महीने और बढ़ा दी गई हैं। जॉनसन एंड जॉनसन ने पीयर रिव्यू से पहले वेबसाइट बायोआरएक्सआइवी (bioRxiv) पर प्रीप्रिंट के रूप में डेटा सबमिट किया था। फाइजर-बायोएनटेक, मॉडर्न इंक, और एस्ट्राजेनेका सहित अन्य वैक्सीन निर्माताओं ने पहले ही कह चुके हैं कि उनकी कोरोना वैक्सीन तेजी से फैलने वाले डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं।