विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने फ्रांस की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान पेरिस में बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया, चेक गणराज्य व यूरोपीय संघ के अपने समकक्षों से मुलाकात की तथा परस्पर हितों व द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने के तरीकों पर चर्चा की। ‘यूरोपीय संघ हिंद प्रशांत मंच’ में भाग लेने रविवार को पेरिस पहुंचे जयशंकर ने हिंद प्रशांत क्षेत्र के अन्य देशों के अपने समकक्षों के साथ सिलसिलेवार बैठकें कीं।
जयशंकर ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री डा. एके अब्दुल मोमेन से मुलाकात के बाद ट्वीट किया, ‘डा. मोमेन से मुलाकात अच्छी रही। यह बैठक अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हुई। दोनों देशों के संबंधों के लिए वर्ष 2021 अच्छा रहा, वर्ष 2022 में इसे नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए प्रतिबद्धता जताई गई।’ जयशंकर ने सोमवार को दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चुंग एई-योंग से मुलाकात के बाद ट्वीट किया, ‘एई-योंग के साथ दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग मजबूत करने पर सहमति बनी। दोनों देशों के बीच यात्रा सुगम करना हमारी साझा प्राथमिकता है। साझा चिंताओं के क्षेत्रीय विषयों पर भी बातचीत हुई।’
विदेश मंत्री ने चेक गणराज्य के अपने समकक्ष से मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, ‘विदेश मंत्री जेन लीपावस्की से मुलाकात अच्छी रही। उनके साथ यूरोपीय संघ से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई। संबंधों को विस्तार देने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सराहनीय है।’ भारतीय विदेश मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर यूरोपीय संघ (ईयू) के आयुक्त जुट्टा उरपिलीन के साथ बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘अफ्रीका में एकसाथ काम करने, हरित साझेदारी बढ़ाने और कनेक्टिविटी को प्रोत्साहन देने पर सकारात्मक चर्चा हुई। भारत व यूरोपीय संघ का सहयोग कई मुद्दों पर आगे बढ़ रहा है।’
इससे पहले जयशंकर ने फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने नई एवं उभरती सुरक्षा चुनौतियों पर सहयोग करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।