भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को यूरोपीय संघ के अंतरराष्ट्रीय भागीदारी आयुक्त जुट्टा उरपिलेनेन से मुलाकात की और कोरोना चुनौती पर चर्चा करने के साथ वैक्सीन के लिए न्यायसंगत पहुंच और एक निष्पक्ष यात्रा व्यवस्था के महत्व को रेखांकित किया। जयशंकर दो देशों के दौरे के दूसरे चरण में सोमवार को ग्रीस से इटली पहुंचे।
जयशंकर ने यूरोपीय कमिश्नर के साथ अपनी एक तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया कि यूरोपीय संघ के अंतरराष्ट्रीय भागीदारी आयुक्त के साथ अच्छी चर्चा हुई। उन्होंने आगे कहा कि हमने कोरोना चुनौती, कनेक्टिविटी साझेदारी और विकास सहयोग पर चर्चा की। बातचीत में हमने समान वैक्सीन पहुंच और निष्पक्ष यात्रा व्यवस्था के महत्व को रेखांकित किया।
विदेश मंत्री ने ओईसीडी के महासचिव माथियस कार्मन से भी मुलाकात की और भारत-ओईसीडी द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) 38 सदस्य देशों के साथ एक अंतर सरकारी आर्थिक संगठन है, जिसकी स्थापना 1961 में आर्थिक प्रगति और विश्व व्यापार को प्रोत्साहित करने के लिए की गई थी।
जयशंकर ने जी20 में ओईसीडी के योगदान की सराहना करते हुए बैठक की एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया कि महासचिव माथियस कार्मन के साथ भारत-ओईसीडी द्विपक्षीय जुड़ाव पर चर्चा की। उन्होंने एक अन्य बैठक में, अपने दक्षिण अफ्रीका के समकक्ष नलेदी पंडोर से मुलाकात की।
जयशंकर ने पंडोर से मुलाकात के बाद ट्वीट किया कि हमारी बातचीत में वैक्सीन इक्विटी और पहुंच पर साझा चिंताओं को शामिल किया गया। उन्होंने ट्वीट के साथ उनकी एक तस्वीर भी साझा की। यह बैठकें जी-20 मंत्रिस्तरीय बैठकों के मौके पर आयोजित की गईं। जी-20 एक प्रभावशाली ब्लाक है जो दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को एक मंच पर साथ लाता है। जी-20 शिखर सम्मेलन अक्टूबर में इटली में होने वाला है। भारत के 2022 में जी-20 की अध्यक्षता करने की उम्मीद है।