पॉपुलर एक्टर जयदीप अहलावत की हालिया रिलीज फिल्म ‘एन एक्शन हीरो’ को आडियंस खूब पसंद कर रही है। फिल्म में जयदीप के काम को काफी सरहाया गया है। जयदीप की मानें तो इस मुकाम तक पहुंचने में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा और अब वे अपने इस पड़ाव से काफी संतुष्ट हैं। हाल ही में दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान, जयदीप ने अपने प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ से जुड़ी कुछ खास बातें शेयर की हैं।
वो उन लोगों का बड़प्पन है, वो बड़े लोग हैं ऐसा कुछ नहीं होता है। सैफ मुझसे प्यार करते हैं इसमें कोई शक नहीं है। वो दोनों जब भी मुझसे मिलते हैं, तब बहुत प्यार से बात करते हैं। सैफ को पढ़ने का बहुत शौक है और उन्हें बहुत दिलचस्प होती है किसी एक्टर का काम करने के प्रोसेस जानने में। वे बेहद सुलझे हुए हैं, नवाबी उनके खून में है। वहीं करीना भी एक डेडिकेटेड एक्ट्रेस हैं। हर लाइन को समझने की कोशिश करती हैं। शुरूआत में जब मुझे इतने बड़े एक्टर के साथ काम करना था तब थोड़ी घबराहट होती थी, हालांकि करीना ने 10 मिनट के अंदर ही ये घबराहट दूर कर दी। उन्होंने कहा की यहां मैं करीना नहीं, बल्कि किरदार हूं और इसी को हम आगे बढ़ाते हैं।
संतुष्ट तो नहीं, लेकिन हां थोड़ा सुकून जरूर महसूस करता हूं। लोग अब मेरे काम को एक्सेप्ट कर रहे हैं, वो मुझे बतौर अभिनेता देखना चाहते हैं और ये एक बहुत ही अच्छा एहसास है। मेरा मानना है कि अभी तो ये शुरुआत है, आगे और भी बहुत सारा काम करना है। पहले जब ऑडिशन देता था तब काफी दिक्कत होती थी। तब सोचता था कि कब ये ऑडिशन देना बंद होगा। हालांकि उस दौर ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। मुझे लगता है कि जब एक्टर खाली बैठता है, उस वक्त वो सबसे ज्यादा तैयारी करता है। अब अगले डेढ़-दो साल तक कई सारे कमिटमेंट्स हैं, और ये बहुत अच्छी फीलिंग है, जब आप किसी से कहते हो कि सर डेट्स नहीं हैं। स्ट्रगलिंग के दिनों में जब मैं सुनता था कि किसी एक्टर के पास अगले 2 साल तक डेट्स नहीं हैं, तो बड़ा अजीब सा लगता था। सोचता था कि ऐसा कैसे हो सकता है? जब अखबार में पढ़ता था कि कोई एक्टर अपने काम से ब्रेक लेकर एक महीने की छुट्टी पर गया है, तो सोचता था कि यार यहां काम नहीं मिल रहा है और ये लोग काम से छुट्टी कैसे ले सकते हैं? अब इस पल को महसूस कर पा रहा हूं। अब सोचता हूं कि काम से 15-20 दिन की छुट्टी मिल जाए तो घूमने चला जाऊं।
मुझे लगता है कि हमारे राइटर्स को थोड़ा और क्रेडिट मिलना चाहिए। फिलहाल हम उन्हें थोड़ी कम अहमियत देते हैं, जबकि उनका वक्त बहुत ज्यादा जाता है। राइटर्स का नाम जोड़ना चाहिए। एक वक्त हुआ करता था जब लिखा जाता था कि ये सलीम-जावेद की कहानी है, इससे काफी फर्क पड़ता था। इसलिए कहानियों में राइटर्स को क्रेडिट मिलना चाहिए।
मैंने एक फिल्म में काम किया है, जिसका नाम ‘महाराज’ है। ये फिल्म यशराज की है। ये जुनैद (आमिर खान के बेटे) की पहली फिल्म हैं। ‘डिवोशन ऑफ सस्पेक्ट एक्स’ की शूटिंग पूरी हो चुकी हैं। इसके साथ ही वेब सीरीज ‘पाताल लोक’ सीजन 2 की शूटिंग भी चल रही है।
मुझे डायरेक्शन करने का बहुत मन है, लेकिन उसके लिए थोड़ा वक्त हैं। वो जो स्टोरीटेलिंग का हुनर है, वो बहुत इंटरेस्टिंग होता है। बतौर डायरेक्टर, आप हर कहानी को अपने ढंग से बता सकते हो। सेट पर भी मैं इस प्रोसेस को बड़े ध्यान से देखता हूं।