मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि अगर राज्य में कोरोना की तीसरी लहर आई तो आर्थिक व्यवस्था ध्वस्त हो जाएगी। इसलिए तीसरी लहर को रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री शुक्रवार को विदिशा के पूरनपुरा क्षेत्र में बनाए गए टीकाकरण केंद्र का जायजा लेने के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने यह बात कही।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पत्नी साधना सिंह चौहान के साथ दोपहर साढे़ तीन बजे विदिशा पहुंचे। हेलिपैड से वे सीधे टीकाकरण केंद्र पहुंचे। यहां उन्होंने मौजूद स्टाफ और टीकाकरण के लिए आए लोगों से चर्चा की। इसके बाद एक कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए टीकाकरण बेहद जरूरी है। तीसरी लहर की आशंका बनी हुई है, लेकिन हमें सावधानी बरतकर इस लहर को प्रदेश में आने ही नहीं देना है।
शिवराज चौहान ने आगे कहा कि लोग कोरोना की दूसरी लहर का दर्द भूले नहीं हैं। कई लोगों ने अपनों को खोया है। महीनों बाजार बंद रहे हैं। ऐसे हालात अब नहीं बनने चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर में लोग मास्क पहनना भूल गए हैं। उन्हें मास्क जरूर पहनना चाहिए। उन्होंने कलेक्टर उमाशंकर भार्गव को निर्देश दिए कि टीकाकरण के लिए सारे संसाधन झोंक दो, लक्ष्य पूरा होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आखिर में मजाकिया लहजे में कहा कि कोरोना के नियमों का पालन करने की मेरी बात नवंबर–दिसंबर तक सुन लो। इसके बाद सब छूट दे दूंगा। कार्यक्रम में जिले के विधायकगण भी मौजूद थे।
मध्य प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण की छह मामले सामने आए। इसके साथ ही राज्य में कुल मामलों की संख्य सात लाख 92 हजार 380 हो गई, जबकि मरने वालों की संख्या 10 हजार 517 है। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। राज्य में 109 सक्रिय मामले हैं और सात लाख 81 हाजर 754 मरीज कोरोना से उबर गए हैं।