राजस्थान विधानसभा चुनान 2023 के लिए थर्ड फ्रंट के दल कांग्रेस-बीजेपी के घेरने के लिए व्यूह रचना बना रहे हैं। आरएलपी प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने संकेत दिए है कि उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से गठबंधन कर सकती है। जोधपुर में मीडिया से बात करते हुए रालोपा प्रमुख ने कहा कि ओवैसी से बातचीत के दरवाजे खुले हैं। हम किसी को मना नहीं करेंगे। समय आएगा तब बात करेंगे। कांग्रेस-बीजेपी को हराने के लिए जो भी सहयोगी होगा। हम उससे बात करेंगे। उन्होंने कहा कि 2018 के विधानसभा चुनाव में हमने बसपा से बात की। लेकिन उन्होंने गठबंधन नहीं किया। बसपा के 6 प्रत्याशी चुनाव जीते। फिर कांग्रेस में शामिल हो गए।
सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा को हराने के लिए गठबंधन बेहद जरूरी है। बेनीवाल ने आने वाले चुनावों में बीजेपी-कांग्रेस को हराने के लिए किसी भी सहयोगी दल से गठबंधन करेंगे। बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश की जनता कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों से त्रस्त है। ऐसे में गठबंधन का होना आवश्यक है। प्रेस वार्ता में बेनीवाल ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा। बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस के शासन में भ्रष्टाचार चरम पर है। जनता परेशान है। लंपी बीमारी को रोकने के लिए राज्य सरकार ठोस कदम नहीं उठा रही है।
उल्लेखनीय है कि AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में ओवैसी ने जयपुर और शेखावाटी अंचल में जनसंपर्क किया था। ओवैसी का फोकस अल्पसंख्यक वोटर्स पर है। जयपुर के हवामहल और किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में जनसंपर्क किया था। ओवैसी की राजस्थान में सक्रियता से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती है। राजस्थान में 30 से 40 सीटों पर अल्पसंख्य वोटर्स का सीध दखल रहता आय़ा है। ऐसे में ओवैसी की राजस्थान में सक्रियता सीएम अशोक गहलोत को चिंता में डाल सकती है।