इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इस बीच, इजराइल की संसद नीसेट के डिप्टी स्पीकर और सांसद निसिम वेतुरी के बयान पर विवाद हो गया है। वेतुरी ने कहा- इजराइल को गाजा में आग लगा देनी चाहिए। इससे कम अगर कुछ करते हैं, तो उसका कोई फायदा नहीं।
दूसरी तरफ, कैबिनेट मीटिंग की बातें लीक होने पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सख्त रुख अपनाया है। नेतन्याहू जल्द ही एक कानून लाने जा रहे हैं। इसके तहत अगर कैबिनेट की बातें किसी मीडिया हाउस ने पब्लिश कीं तो उस पर एक्शन लिया जाएगा।
वेतुरी ने सोमवार के पहले रविवार को भी गाजा को आग के हवाले करने की मांग की थी। उन्होंने X पर एक पोस्ट में यह मांग की थी। वो सांसद भी हैं। लिहाजा, इस बयान से विवाद हुआ और बाद में X ने उनका अकाउंट ब्लॉक कर दिया। इसके बावजूद वेतुरी नहीं माने और सोमवार को इंटरव्यू में भी यही बात कही।
वेतुरी ने कहा- बताइए अब गाजा में बचा कौन है? क्या वहां आम नागरिक बचे हैं? जी नहीं, वहां सिर्फ टनल्स और हमास के आतंकी बचे हैं। उन्होंने हमारे बच्चों को मारा और उन्हें बंधक बना लिया। गाजा को खत्म कर देने में ही भलाई है, क्योंकि गाजा का मतलब हमास और हमास का मतलब गाजा है। इसलिए मैंने जो आग लगाने की बात कही है, उसका मुझे कोई अफसोस या शर्मिंदगी नहीं है।
7 अक्टूबर को हमास से जंग शुरू होने के बाद कई बार ऐसा हुआ कि कैबिनेट की बातें मीडिया तक पहुंच गईं। इससे सरकार में जबरदस्त नाराजगी है। इससे भी बड़ी बात यह रही कि मीटिंग में दो मिनिस्टर्स के बीच बहस हुई और मीडिया ने इस बात को पब्लिश कर दिया। इससे इजराइली लोगों को यह मैसेज मिला कि इतनी बड़ी जंग के दौरान भी मंत्रियों की सोच एक जैसी नहीं है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि मंगलवार को हमास कुछ बंधक रिहा करेगा और बदले में इजराइली सेना हमले बंद करेगी। इजराइल ने इसे खारिज कर दिया है।
इजराइली डिफेंस फोर्स यानी IDF ने सोमवार को साफ कर दिया कि मीडिया रिपोर्ट्स में हमास के हवाले से सीजफायर के जो दावे किए जा रहे हैं, वो गलत हैं और इस तरह का कोई प्रस्ताव IDF या इजराइली सरकार के पास नहीं आया है।
हमने सेना और सरकार के कई सूत्रों से सीजफायर के हवाले से सच्चाई जानने की कोशिश की। उन्होंने साफ कहा कि फिलहाल, इस तरह का कोई फैसला नहीं हुआ है। दरअसल, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि मंगलवार को हमास कुछ बंधक रिहा करेगा और बदले में इजराइली सेना हमले बंद करेगी। हालांकि मियाद इसमें नहीं बताई गई।
इस बीच, लेबनान की तरफ से हमलों के बाद इजराइल ने वहां के कुछ इलाकों पर एयर स्ट्राइक की है। मंगलवार को IDF इस पर बयान जारी कर सकती है।
इंडोनेशियाई अस्पताल घेरा
अल-शिफा अस्पताल के बाद अब इजराइली सेना ने गाजा में एक और अस्पताल को चारों और से टैंकों से घेर लिया है। इसका नाम इंडोनेशिया अस्पताल है, इसे इंडोनेशिया की मदद से बनाया गया था। कतर मीडिया हाउस अलजजीरा के मुताबिक इजराइली हमले में अस्पताल का सर्जरी रूम पूरी तरह से तबाह हो चुका है, कुछ डॉक्टरों और मरीजों की भी मौत हुई है। इजराइली टैंकों के कुवैत के एक स्कूल पर भी हमले की जानकारी मिली है।
वहीं, इजराइल ने अल-शिफा अस्पताल के नीचे एक टनल का फुटेज भी जारी किया है। ये टनल 55 मीटर की बताई गई है। वीडियो में एक इजराइली सैनिक टनल में उतरता दिख रहा है। इजराइली सेना के मुताबिक टनल में छिपकर फायर करने के लिए एक होल भी है। यहां से हमास के लड़ाके अटैक कर रहे थे।
हमास ने इस दावे को गलत बताया है। हमास ने कहा है कि जिस बंधक इजराइली महिला सैनिक की लाश अल-शिफा अस्पताल के पास मिली है वो इजराइली बमबारी में मारी गई थी। वहीं, इजराइल ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि बमबारी में सिर्फ हमास लड़ाका मारा गया था, महिला बंधकों को मामूली चोट आई थी, हमास लड़ाकों ने बाद में उसका कत्ल किया।
ये फुटेज इजराइली सेना ने जारी की है। उसने बताया है कि हमास के लोग इजराइली बंधकों की जगह बदलने के लिए उन्हें अल-शिफा अस्पताल से निकाल रहे हैं।
UN ने बताया है कि अल-शिफा अस्पताल में 31 प्रीमैच्योर बच्चों को निकालकर दक्षिणी गाजा के राफा में शिफ्ट कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक इन बच्चों के साथ न तो इनके माता-पिता और न ही कोई परिजन है।
उनके परिजनों को ढूंढ़ने की कोशिश की जा रही है। सभी नवजातों को राफा से मिस्र ले जाया जाएगा। लगभग एक हफ्ते से इजराइली सेना अल-शिफा अस्पताल में कार्रवाई को अंजाम दे रही है। इजराइल का दावा है कि हमास ने अस्पताल में इजराइली बंधकों को छिपाकर रखा था। IDF ने एक वीडियो जारी किया है। इसे बंधकों का बताया गया है। वीडियो में कुछ लोगों को जबरन ले जाते दिखाया गया है। इसमें एक युवक स्ट्रेचर पर है।
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इस बीच, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बेटे येर नेतन्याहू ने 7 अक्टूबर के हमलों के लिए हाईकोर्ट के एक फैसले और इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) की नाकामी को जिम्मेदार ठहराया है।
येर की इस हरकत का जवाब IDF रिजर्व फोर्स ने दिया। इसने एक बयान में कहा- आपने ये बयानबाजी ऐसे मौके पर की है, जब हम अपने 8 शहीदों को खोने का दुख मना रहे हैं। अच्छा होगा आप चुप रहें।
येर नेतन्याहू ने अपने टेलिग्राम चैनल पर एक पोस्ट में IDF, हाईकोर्ट और मीडिया को निशाना बनाया। सबसे पहले उन्होंने हाईकोर्ट पर निशाना साधा। कहा- हाईकोर्ट ने IDF की गाजा बॉर्डर पर तैनाती के नियमों में बदलाव किया। इसकी वजह से हमास आतंकी इजराइल की बॉर्डर में घुस सके।
इसके बाद उन्होंने 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमलों की वजह IDF की नाकामी बताई। येर के मुताबिक IDF ने ही फैसला किया था कि गाजा स्ट्रिप में फ्यूल सप्लाई नहीं रोकनी चाहिए।
येर की इस बयानबाजी का जवाब IDF रिजर्विस्ट्स ऑर्गनाइजेशन ने दिया। एक बयान में संस्था ने कहा- सबसे पहले आपको फैक्ट्स देखने चाहिए। आपका अहंकार बोल रहा है। गलतियों के कसूरवार आपके पिता हैं, उन्हें इसका अफसोस होना चाहिए। देश के लिए जो सैनिक शहादत दे रहे हैं, हम उनके साथ हैं। आप तो यहां से भाग खड़े हुए। ऐसे वक्त जबकि हम अपने आठ सैनिकों की शहादत पर दुखी हैं, अच्छा होगा आप चुप रहें।