इजराइली सेना (IDF) एक के बाद एक हमास के बटालियन को खत्म कर रही है : योव गैलेंट

इजराइल-हमास जंग के बीच शनिवार रात हमास ने सेंट्रल इजराइल पर रॉकेट से कई हमले किए। इस दौरान इजराइली नागरिक सायरन की आवाजें सुनकर अपने घरों में घुस गए। इजराइल के आयरन डोम ने मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर दिया। हमले में किसी को भी नुकसान पहुंचने की खबर नहीं है।
दूसरी तरफ, इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा है कि उनकी सेना हमास के गाजा चीफ याह्या सिनवार को मिटा देंगे। उन्होंने कहा- इजराइली सेना (IDF) एक के बाद एक हमास के बटालियन को खत्म कर रही है।
गैलेंट ने कहा- हमास की कोई सीमा नहीं है। 7 अक्टूबर को जो हुआ उससे ये पता चलता है कि हमास किसी भी हद तक जा सकता है। इसके लिए उसके नेता जिम्मेदार हैं। जब ये जंग खत्म होगी तब गाजा में कोई हमास नहीं होगा। इजराइल पर गाजा की तरफ से कोई खतरा नहीं होगा। वहां जो भी हमारा खिलाफ सिर उठाएगा, उस पर हम अपने हिसाब से कार्रवाई कर सकेंगे।
गाजा में हो रही इजराइली बमबारी से हर घंटे 15 लोगों की मौत हो रही है। इनमें 6 बच्चे हैं। 35 लोग घायल हो रहे हैं और 12 इमारतें तबाह हो रही हैं। इस बीच हिजबुल्लाह ने इजराइली आर्मी की 6 पोस्ट पर हमला किया है। इजराइली सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की है।
लेबनान का आतंकी संगठन हिजबुल्लाह 8 अक्टूबर से ही इजराइल पर हमले कर रहा है। इधर, 7 अक्टूबर से अब तक जंग में फ्रांस के 39 नागरिक मार गए हैं। 9 अन्य लापता हैं। हमास ने हमले के दौरान करीब 250 लोगों को बंधक बनाया, इनमें कई विदेशी नागरिक भी हैं।
यरुशलम में लोग इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के घर के बाहर हमास के हमले को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है।
इजराइल ने हमास चीफ इस्माइल हानिए के घर पर हमला किया है। इस घर में उसका परिवार रहता था लेकिन हमले के वक्त वे वहां थे या नहीं इस बात की जानकारी फिलहाल नहीं मिल सकी है।
सेना ने कहा है कि गाजा अब 2 हिस्सों में बंट गया है। साउथ गाजा में हम मानवीय सहायता पहुंचा रहे हैं। वहां अगर कोई हमास लड़ाका पहुंच रहा है तो उसे मार गिराया जा रहा है। वहीं नॉर्थ गाजा में जंग तेज हो चुकी है। वहां फिलिस्तीनियों की जान को खतरा है।
शनिवार रात इजराइल ने गाजा के सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंप जबालिया में दूसरे स्कूल पर हमला किया। इसमें 15 लोगों की मौत हो गई। इसके पहले 2 नवंबर को UN स्कूल पर हमला हुआ था। इसमें 27 लोगों की मौत हुई थी। इजराइल लगातार स्कूलों, अस्पतालों को निशाना बना रहा है। यहां फिलिस्तीनियों ने शरण ले रखी है। इजराइल का कहना है कि हमास के लड़ाके इन जगहों पर छिपे हैं।स्कूल में पनाह लेने वाली एक महिला ने कहा- बच्चे बहुत दिनों से भूखे थे। मैं खाने का इंतजाम करने गई थी। वापस आ ही रही थी कि स्कूल पर इजराइली हमला हुआ। मेरी बेटी घायल हो गई। एक अन्य महिला ने कहा- UN स्कूल तक सेफ नहीं हैं। हमारे बच्चे खून से लथपथ हैं। गाजा में खाना-पानी, बिजली नहीं हैं। अब हमारे पास कपड़े तक नहीं बचे हैं।
तुर्किये ने अपने राजदूत को इजराइल से वापस बुला लिया है। इसके पहले तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा था कि वो जंग के सिलसिले में इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात नहीं करेंगे। हालांकि, तुर्किये के विदेश मंत्री और इंटेलिजेंस चीफ हमास और इजराइल के साथ बातचीत करते रहेंगे।
तुर्किये के पहले बहरीन ने इजराइल में मौजूद अपने राजदूत को वापस बुला लिया था। साथ ही इजराइल के साथ अपने इकोनॉमिकल रिलेशन्स तोड़ दिए थे। कोलंबिया, चिली, जॉर्डन ने भी अपने राजदूत को वापस बुला लिया है। वहीं, बोलिविया ने इजराइल के साथ डिप्लोमैटिक रिलेशन्स तोड़ दिए हैं। इजराइल ने 31 अक्टूबर को गाजा के सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंप जबालिया पर 907 किलो के बम दागे थे। इसमें 40 फीट चौड़े 2 गड्ढे दिखे। इस हमले में करीब 195 लोग मारे गए थे। वहीं, अमेरिकी सरकार ने इजराइल से जबालिया कैंप, UN स्कूल, अस्पतालों पर किए गए हमले को लेकर जवाब मांगा है।
गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि लगातार हो रही इजराइली बमबारी के कारण यहां 2,200 लोग मलबे में दबे हैं। इनमें 1,250 बच्चे हैं। सेना मस्जिदों पर भी हमला कर रही है। इस पर UN का कहना है कि गाजा में कोई भी जगह सुरक्षित नहीं बची है।