इजराइल और हमास की जंग का आज 18वां दिन है। इजराइल की आर्मी ने गाजा में कुछ पर्चे गिराए हैं। इन पर लिखा है कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों का सुराग देने वालों को इनाम दिया जाएगा अरबी भाषा वाले इन पर्चों पर लिखा है- अगर आप अपने और बच्चों के लिए बेहतर फ्यूचर चाहते हैं तो हमें होस्टेज लोगों के बारे में जानकारी दें।
पर्चों में आगे लिखा है- इजराइली फौज आपकी हिफाजत और इनाम का वादा करती है। इसमें एक फोन नंबर के साथ टेलिग्राम, वॉट्सअप और सिग्नल मैसेज सर्विस के IDs भी दिए गए हैं।
हमास की कैद से रिहा हुई 85 साल की महिला ने बताया कि लड़ाकों ने उसके साथ पहले दिन तो मारपीट की फिर इलाज कराया। उन्होंने बताया कि इजराइल से ले जाए गए बंधकों को गाजा के नीचे सुरंगों के जाल में छिपा कर रखा गया है।
वहीं, इजराइल पहुंचे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि हमास को हराने के लिए इंटरनेशनल अलायंस बनाने की जरूरत है। जो देश ISIS के खिलाफ लड़ रहे हैं उन्हें हमास से भी लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा- आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई न सिर्फ इजराइल बल्कि हम सब के अस्तित्व के लिए जरूरी है।
85 साल की योचेवेड लिफशिट्ज ने बताया कि जिस दिन उन्हें अगवा किया था। उस दिन लड़ाकों ने उन्हें छड़ी से मारा था।
वो कहती हैं- आतंकियों ने उनकी घड़ी और सारी ज्वेलरी ले ली। फिर खेतों से होते हुए मकड़जाल जैसी सुरंगों में ले गए।
आतंकियों ने उन्हें कहा कि वो कुरान में विश्वास करते हैं और उन्हें मारेंगे नहीं। उनके सुरंग में पहुंचने के कुछ 2-3 घंटों के बाद 4 और बंधकों को वहां लाया गया था।
उनका इलाज करने के लिए वहां डॉक्टर को भी बुलाया गया था। लिफशिट्ज ने बताया कि जब लड़ाकों ने उनसे बातचीत करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि हम राजनीति के बारे में कुछ भी बात नहीं करेंगे।
उन्होंने हमारी सारी जरूरतों का ध्यान रखा। हमें वही खाने के लिए दिया गया जो वो लोग खाते थे। पत्रकारों ने उनसे पूछा कि आपने रिहा होते वक्त आतंकियों से हाथ क्यों मिलाया। इस पर उन्होंने कहा कि हमारे साथ बुरा व्यवहार नहीं करने की वजह से।
अमेरिका बोला- इजराइल जमीनी हमले के लए तैयार नहीं
अमेरिका ने कहा है कि हो सकता है कि गाजा में जमीनी ऑपरेशन चलाने से इजराइल को मनचाहे नतीजे नहीं मिल पाएं। अमेरिका ने इजराइली अधिकारियों से कई मुलाकात की हैं। इसके बाद ये कहा है कि इजराइल अभी गाजा में जमीनी ऑपरेशन के लिए तैयार नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइल सोमवार को ही गाजा में घुसकर अपना जमीनी ऑपरेशन शुरू करने वाला था।
वहीं, मंगलवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इजराइल पहुंचे। यहां वो PM नेतन्याहू से मुलाकात करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान मैक्रों जंग रुकवाने के लिए अलग फिलिस्तीनी देश बनाने की मांग करेंगे। मैक्रों वेस्ट बैंक में इजराइली कब्जे को हटाने का भी मुद्दा उठाएंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने बंधकों को छोड़े जाने के हमास के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा- हमास पहले सभी बंधकों को रिहा करे उसके बाद ही सीजफायर पर बात की जाएगी।
सोमवार को इजराइल ने बताया था कि हमास ने करीब 222 लोगों को बंदी बना रखा है। सोमवार को गाजा में इजराइल के हमलों में मारे गए लोगों की संख्या 5,087 पहुंच गई। पिछले 24 घंटों में गाजा में करीब 436 लोगों की जान गई है। सोमवार को इजराइल ने अल-शाती रिफ्यूजी कैंप पर हमला किया। इसमें कई महिलाओं और बच्चों की मौत हो गई।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने इजराइली PM नेतन्याहू से फोन पर बात की। उन्होंने गाजा तक लगातार मानवीय मदद पहुंचाने की बात पर जोर दिया। इजराइल ने सोमवार को वेस्ट बैंक में कई जगह छापेमारी की। इस दौरान कई फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार भी किया गया है।
इजराइल में लेबनान की तरफ से लगातार हमले किए जा रहे हैं। जवाब में लेबनान पर भी इजराइल के हमले तेज हो गए हैं। UN की माइग्रेशन एजेंसी के मुताबिक लेबनान की दक्षिणी सीमा पर मौजूद आबादी धीरे-धीरे देश के दूसरे हिस्सों में शिफ्ट हो रही है।
UN अफसर ने कहा- अब तक 20 हजार लोग बॉर्डर एरिया से दूसरे इलाकों में शिफ्ट हो चुके हैं और यह सिलसिला तेजी से बढ़ रहा है। इनमें से कई के पास रहने की जगह नहीं है, लिहाजा वो अपने रिश्तेदारों के पास शिफ्ट हो रहे हैं। कई स्कूल अब रिफ्यूजी कैम्प्स में तब्दील हो रहे हैं।