अब तक रूस-यूक्रेन जंग में न्यूट्रल रोल प्ले करने वाले इजराइल ने यूक्रेन को एक स्पेशल मिसाइल डिफेंस सिस्टम देने का ऐलान किया है। इसमें दो खास बातें हैं। पहली- आम यूक्रेनी नागरिकों की जान बचाई जा सकेगी, क्योंकि इसे सिर्फ सिविलियन डिफेंस के लिए बनाया गया है। दूसरी- इसका एडवांस्ड वर्जन इजराइल में तैनाती के पहले ही यूक्रेन को दिया जा रहा है।
इजराइल में यूक्रेन के एम्बेसेडर येवजेन कोर्निचुक के मुताबिक कीव में इस इजराइली मिसाइल डिफेंस सिस्टम की टेस्टिंग चल रही है। चंद दिनों में तमाम अहम यूक्रेनी शहरों में इसे इंस्टॉल कर दिया जाएगा।
इजराइल का लेजर मिसाइल डिफेंस सिस्टम। ये ड्रोन, मोर्टार, एंटी-टैंक मिसाइल और रॉकेट को मार गिरा सकता है। ये साफ नहीं है कि यूक्रेन को मिला हाइटेक सिस्टम यही है या कुछ और।
क्या फायदा होगा
येवजेन ने कहा- ये बेहतरीन मिसाइल डिफेंस सिस्टम इजराइल ने तैयार किया है। इसका सबसे लेटेस्ट वर्जन हमें मिल चुका है। कीव में इसकी टेस्टिंग चल रही है। कुछ ही दिनों में हम इसे अपने शहरों में इंस्टॉल कर देंगे। इसकी तैनाती के बाद कोई भी मिसाइल, रॉकेट या दूसरे प्रोजेक्टाइल के हमलों से नागरिकों को बचाया जा सकेगा।
दरअसल, इस हाईटेक सिस्टम का अब तक नाम भी नहीं रखा गया है और इसके पहले ही यह यूक्रेन को सौंप दिया गया है। डिफेंस पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह ‘टू अर्ली एयर अटैक वॉर्निंग सिस्टम’ है। अगर किसी शहरी इलाके पर कोई मिसाइल, रॉकेट या प्रोजेक्टाइल अटैक होता है तो यह फौरन अलर्ट भेजेगा। लोगों के पास इतना वक्त होगा कि वो आराम से खतरे वाली जगह से किसी महफूज ठिकाने पर पहुंच जाएं।
कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यह सिस्टम काउंटर अटैक यानी जवाबी हमला भी कर सकेगा। यानी जो मिसाइल दागी गई है, उसे इंटरसेप्ट करके मार गिराएगा। जाहिर है, इसके इस्तेमाल से आम नागरिकों की जान बचाई जा सकेगी
मार्च में इजराइली फॉरेन मिनिस्टर एली कोहेन यूक्रेन गए थे। वहां प्रेसिडेंट जेलेंस्की से मुलाकात की थी। यूक्रेन के प्रेसिडेंट ने इजराइल से फौजी मदद मांगी थी। उस दौरान इजराइल में इसी मिसाइल डिफेंस सिस्टम की टेस्टिंग चल रही थी। यही वो वक्त भी था जब फिलिस्तीन से इजराइल पर सैकड़ों रॉकेट दागे जा रहे थे। अब यही डिफेंस सिस्टम यूक्रेन को दिया जा रहा है।
इजराइल कई साल से अपने नागरिकों की हिफाजत के लिए मिसाइल डिफेंस सिस्टम इस्तेमाल कर रहा है। हालांकि इस नए अलर्ट सिस्टम का उपयोग अब तक इजराइल ने भी नहीं किया है। इसकी तैनाती सीधे यूक्रेन में हो रही है।
इसकी एक खास बात यह भी है कि यह कंट्रोल यूनिट को उस टारगेट की सटीक लोकेशन बता देगा, जहां कोई मिसाइल, रॉकेट या प्रोजेक्टाइल गिरने वाला है। इस दौरान नागरिकों को पर्याप्त समय मिल जाएगा ताकि वो किसी सुरक्षित ठिकाने तक पहुंच जाएं।
इजराइल में यूक्रेन के एम्बेसेडर येवजेन ने कहा- चंद दिन बाद हमारे पास सिर्फ कॉपी-पेस्ट का काम बाकी रहेगा। यानी टेस्टिंग पूरी होते ही हम इसकी हर यूनिट अलग-अलग शहरों में तैनात करेंगे। फर्स्ट फेज में इसे 6 शहरों में तैनात किया जाएगा। यहां के लाखों लोग सुरक्षित हो जाएंगे। हम इसका इस्तेमाल अपने मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर को बचाने में भी करेंगे।
येवजेन ने आगे कहा- अब हम इजराइल से एक और मदद चाहते हैं। दरअसल, रूस ने यूक्रेन के सरहदी इलाकों में कई बारूदी सुरंगें लगा दी हैं। इजराइल के पास वो टेक्नोलॉजी है, जो आसानी से न सिर्फ इनकी पहचान कर सकती है, बल्कि इन्हें खत्म भी कर देगी। हम चाहते है कि इजराइल यह इक्विमेंट भी हमें मुहैया कराए। हम सैनिकों और आम लोगों की जान बचाना चाहते हैं। उम्मीद है इजराइल ये सिस्टम भी हमें देगा।
2019 में फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने इजराइल पर एक दिन में 700 रॉकेट दागे थे। इनमें से सिर्फ 2 ही इजराइल के शहरी इलाकों में गिरे। बाकी 698 को इजराइल के डिफेंस सिस्टम ‘आयरन डोम’ ने मार गिराया। जरा सोचिए कि ये कितना इफेक्टिव होगा।
अब यूक्रेन को जो डिफेंस सिस्टम इजराइल ने दिया है, वो आयरन डोम से भी ज्यादा इफेक्टिव है। बहरहाल, नए अलर्ट और डिफेंस सिस्टम की खूबियों के बारे में अब तक इजराइल या यूक्रेन ने कोई जानकारी नहीं दी है।