संयुक्त राष्ट्र संघ ने चेतावनी दी है कि इजराइल, गाजा में भूख का इस्तेमाल हथियार की तरह कर रहा है। UN के ह्युमन राइट्स चीफ वॉल्कर टर्क ने मंगलवार को कहा कि गाजा में भुखमरी के हालात इजराइल के वहां खाना बांटने पर लगाई पाबंदियों का नतीजा हैं।
जिस तरह इजराइल खाना पहुंचाने पर रोक लगा रहा है इससे कहा जा सकता है कि ये भुखमरी का इस्तेमाल हथियार की तरह कर रहा है। ये एक युद्ध अपराध है। वहीं, टर्क के प्रवक्ता जेरेमी लोरेंस ने जेनेवा में रिपोर्टर्स को बताया कि ये कोर्ट तय करेगी कि क्या इजराइल ने युद्ध अपराध किया है।
टर्क ने कहा कि गाजा पर इजराइल का कब्जा है ऐसे में उन्हें सुनिश्चित करना चाहिए कि लोगों तक खाना पहुंच पा रहा है या नहीं। दूसरी तरफ, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में बने भुखमरी के हालातों पर UN को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा- गाजा में भुखमरी का जिम्मेदार इजराइल नहीं है। एजेंसियां सही मात्रा में और तेजी से मदद नहीं भेज पा रही हैं।
सोमवार को जारी की गई एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि गाजा में खाने की कमी से कुपोषण बढ़ रहा है और जल्द ही भूख से होने वाली मौत के आंकड़ों में इजाफा होगा। गाजा में इस वक्त 10 लाख लोग भुखमरी से जूझ रहे हैं।
इससे पहले ऑक्सफैम ने भी सोमवार को जारी की गई रिपोर्ट में बताया था कि इजराइल जानबूझकर गाजा में खाने की डिलीवरी को रोक रहा है। खाने के ट्रक 20 दिन से गाजा में घुसने का इंतजार कर रहे हैं।
अमेरिका में सिक्योरिटी एडवाइडर जेक सुलिवन ने सोमवार को ये कंफर्म कर दिया की इजराइल की कार्रवाई में हमास की लीडरशिप में तीसरे नंबर की हैसियत रखने वालालीडर मारवान इसा मारा गया है।
मारवान हमास के मिलिट्री विंग अल कासम ब्रिगेड के चीफ मोहम्मद दाएफ का डिप्टी था। मारवान इसा और मोहम्मद दाएफ और याह्या सिनवार ने मिलकर इजराइल पर अटैक का प्लान बनाया था।
इजराइल एकतरफ गाजा के आखिरी शहर राफाह पर हमले की तैयारी कर रहा है। वहीं, दूसरी तरफ मोसाद चीफ डेविड बार्निया सीजफायर पर बातचीत के बाद दोहा से वापस इजराइल लौट चुके हैं। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक सीजफायर पर तुरंत को फैसला आता नजर नहीं आ रहा है। हालांकि, आज इजराइल की वॉर कैबिनेट ने एक मीटिंग बुलाई है।