दूसरे रिफ्यूजी कैंप पर इजराइल का हमला, पढ़िए रिपोर्ट

इजराइल-हमास जंग का आज 28वां दिन हैं। इजराइली नागरिकों ने गुरुवार को वेस्ट बैंक के दीर शर्फ में रहने वाले फिलिस्तीनियों के घरों, कारों, दुकानों को जला दिया। घरों में पत्थर भी फेंके।
कुछ इजराइली नागरिक हथियार लेकर और मास्क लगाकर फिलिस्तीनियों के साथ मारपीट कर रहे हैं। फिलिस्तीनियों को घर छोड़ने के लिए भी मजबूर किया जा रहा है।
वहीं, इजराइल ने गुरुवार को गाजा के दूसरे रिफ्यूजी कैंप पर हमला किया। गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा- बुरेज रिफ्यूजी कैंप में 15 लोगों की मौत हुई। यहां 46 हजार फिलिस्तीनी शरणार्थी रहते हैं। इसके पहले 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को इजराइल ने गाजा के सबसे बड़े जबालिया रिफ्यूजी कैंप पर हमला किया था।
इधर, इजराइल की डिफेंस फोर्सेस ने कहा कि वो गाजा तक फ्यूल पहुंचने देगी। गाजा के ज्यादातर अस्पताल ईंधन की कमी के चलते बंद हो गए हैं।
इजराइल डिफेंस फोर्स के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हेर्जी हालेवी ने कहा- हम गाजा के अस्पतालों को फ्यूल देंगे। गाजा के हालात की हर दिन समीक्षा की जा रही है। एक हफ्ते से वो कह रहे हैं कि गाजा के अस्पतालों में ईंधन नहीं है। फ्यूल भेजने की तैयारी की जा रही है। इस बात को तय किया जा जाएगा कि ये फ्यूल हमास अपने नापाक इरादों को पूरा करने के लिए इस्तेमाल न कर सके।
जंग का दायरा बढ़ रहा है। इजराइली सेना वेस्ट बैंक में भी रेड कर रही है। यहां अब तक 1,220 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सेना का कहना है कि इनमें से 740 हमास के लड़ाके हैं।
इजराइली सेना का कहना है कि वेस्ट बैंक में भी हमास लड़ाके मौजूद हैं। यहां सेना और फिलिस्तीनियों के बीच झड़प भी हो रही है। जंग की शुरुआत से अब तक वेस्ट बैंक में रह रहे 128 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। 1,900 से ज्यादा लोग घायल हैं।
इजराइली सेना ने गिरफ्तार किए गए एक हमास लड़ाके का वीडियो जारी किया है। इसमें उसने कबूल किया है कि उसने एक घर में बच्चों की जान ली है। वो कहता है- हम एक घर में घुसे। एक कमरे से बच्चों की आवाज आ रही थी। मैंने उस कमरे में तब तक गोलियां चलाईं जब तक बच्चों का चिल्लाना बंद नहीं हो गया। उसने कहा- मेरे माता-पिता नहीं जानते की मैं हमास का हिस्सा हूं, वो मुझे कभी माफ नहीं करेंगे।, हमास लड़ाकों के पास इजराइली सेना के अफसरों का एड्रेस है। इस बात का खुलासा मारे गए लड़ाकों के पास से मिले डॉक्यूमेंट्स से हुआ। चैनल 13 के मुताबिक, इन एड्रेस के जरिए लड़ाके एक अफसर के घर भी पहुंच गए थे, लेकिन सेना ने हमला नाकाम कर दिया।
जर्मनी में इजराइली राजदूत ने दूसरे देशों से घायल फिलिस्तीनियों के इलाज के लिए मदद मांगी है। उन्होंने अपील की है कि दूसरे देश जल्द हॉस्पिटल शिप मिस्र भेजें। यहां राफा बॉर्डर के जरिए घायल फिलिस्तीनी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
बहरीन ने इजराइल में मौजूद अपने राजदूत को वापस बुला लिया है। साथ ही इजराइल के साथ अपने इकोनॉमिकल रिलेशन्स तोड़ दिए हैं। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि ये कदम फिलिस्तीनियों के सपोर्ट में उठाया गया है। कोलंबिय, चिली, जॉर्डन ने भी अपने राजदूत को वापस बुला लिया है। वहीं, बोलिविया ने इजराइल के साथ डिप्लोमैटिक रिलेशन्स तोड़ दिए हैं।गाजा कि हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि गाजा का एकमात्र कैंसर का अस्पताल फ्यूल की कमी के कारण बंद हो गया है। यहां 70 मरीजों को जान खतरे में है। हालांकि, तुर्किये ने इन मरीजों का इलाज करने का जिम्मा उठा लिया है। गाजा में 35 अस्पताल हैं। 16 अस्पताल फ्यूल की कमी के कारण बंद हो गए हैं।इजराइल की डिफेंस फोर्सेस ने गाजा में हमास की सुरंगों को तोड़ना शुरू कर दिया है। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक सुरंगों को फिलहाल गाजा के उन इलाकों में तोड़ा जा रहा है जो इजराइल के कब्जे में हैं। इन्हें तोड़ने के लिए इजराइली इंजीनियर्स विस्फोटक और रोबोट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं।
IDF की साउथर्न कमांड के हेड ने कहा- हो सकता है शुरूआत में हमास हम पर इन सुरंगों से हमले करें। हम सुरंगों की एंट्री बंद कर देंगे। हमास के कमांडरों को अंदर ही दम घोंट कर मारेंगे। ये टनल अब आतंकियों की कब्र बनेंगी।
हमास को खत्म करने के मकसद से इजराइली सेना गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन चला रही है। इस दौरान बुधवार को हमास लड़कों से लड़ते हुए एक भारतीय मूल के इजराइली सैनिक की मौत हो गई। मारे गए सैनिक का नाम स्टाफ सार्जेंट हलेल सोलोमन बताया जा रहा है।
हलेल इजराइल के डिमोना इलाके से थे। इस जगह में काफी भारतीय मूल के लोग रहते हैं इसलिए इसे लिटिल इंडिया भी कहा जाता है। डिमोना के मेयर बेनी बिट्टन ने इंस्टाग्राम पोस्ट पर हलेल की मौत की जानकारी दी।