बंधकों के मुद्दे पर हमास अब इजराइल को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा है। हमास के एक नेता ने ‘अल जजीरा’ टीवी चैनल से कहा- हम सात दिन का सीजफायर नहीं चाहते, क्योंकि इसमें बंधकों को रिहा नहीं किया जा सकेगा। हमें ज्यादा वक्त चाहिए।
दूसरी तरफ, इजराइल डिफेंस फोर्सेस (IDF) के एक अफसर ने इजराइली अखबार ‘हेयोम’ से कहा- हमें ब्लैकमेल नहीं किया जा सकता। हमास को पता है कि उसका खात्मा करीब है। इसलिए वो ब्लैकमेलिंग पर उतर आया है।
इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दामाद जेरार्ड कुश्नर और उनकी पत्नी इवांका गुरुवार को इजराइल पहुंचे।
हमास के नेता गाजी हमाद ने अल जजीरा से कहा- सिर्फ सात दिन के सीजफायर के बदले बंधकों की रिहाई में हमारी कोई रुचि नहीं है। यह लंबा होना चाहिए, क्योंकि सात दिन में तो बंधकों की रिहाई भी नहीं की जा सकेगी। इससे भी ज्यादा परेशानी की बात यह है कि सीजफायर के फौरन बाद इजराइली सेना फिर हमले शुरू कर देगी। ये हमारे लिए बेहद खतरनाक होगा।
गाजी ने कहा- कुछ लोग सीजफायर की बात कर रहे हैं और वो भी सिर्फ सात दिन के लिए। हम इसके लिए तैयार नहीं हैं। हमारी मांग है कि इजराइल को हर हाल में जंग खत्म करना चाहिए। हम जानते हैं कि बंधकों को छुड़ाने के बाद इजराइल एक बार फिर हमले करेगा। हमारे लोग फिर मारे जाएंगे। इसलिए, ये सात दिन का सीजफायर हम मंजूर नहीं करेंगे और न बंधकों की रिहाई की जाएगी।
IDF के एक अफसर ने हमास की किसी भी शर्त को न मानने की तरफ इशारा किया। इस अफसर ने नाम न बताने की शर्त पर कहा- हमास का अंत बहुत करीब है।
दूसरी तरफ, IDF के एक अफसर ने हमास की किसी भी शर्त को न मानने की तरफ इशारा किया। इस अफसर ने नाम न बताने की शर्त पर कहा- हमास का अंत बहुत करीब है। इजराइली सेना अब टनल मिस्ट्री को सॉल्व कर चुकी है और आतंकियों के भागने के तमाम रास्ते बंद कर दिए गए हैं। यही वजह है कि वो ब्लैकमेलिंग और आम लोगों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनकी स्ट्रैटेजी के बारे में हम बहुत कुछ वो भी जानते हैं, जिसके बारे में दुनिया को नहीं पता।
इस अफसर ने आगे कहा- अमेरिका हो या कोई और देश। हमारी मदद तो कर सकता है, लेकिन ये जंग हमें खुद लड़नी है और इस बार ये आरपार की लड़ाई है। इसलिए पीछे हटने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता। अगर सीजफायर होता भी है तो ये हमारी शर्तों पर होगा, हमास की बात नहीं मानी जाएगी।
इवांका गाजा बॉर्डर पहुंचीं
ट्रम्प की बेटी इवांका और दामाद जेरार्ड कुश्नर गुरुवार को इजराइल और गाजा के बीच उस बॉर्डर टाउन पहुंचे, जहां 7 अक्टूबर को हमास ने सैकड़ों मासूम लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इवांका और जेरार्ड ने यह जगह बहुत बारीकी से देखी।
बाद में इजराइली अफसरों ने दोनों को कुछ वीडियो फुटेज भी दिखाए। ये फुटेज इजराइली संसद में भी दिखाए गए थे।