भारत और बांग्लादेश टेस्ट मैच शुरू होने से पहले सबसे अधिक चर्चा विराट कोहली और रोहित शर्मा की थी. लेकिन मैच शुरू होते ही रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने ऐसी एंट्री मारी कि सबका ध्यान भारत के इन दोनों ऑलराउंडर्स पर चला गया. भारत मैच के दूसरे दिन बांग्लादेश पर शिकंजा कस चुका है और जीत पक्की नजर आ रही है तो इसमें सबसे बड़ी भूमिका अश्विन और जडेजा की है. हर कोई दोनों की तारीफ कर रहा है. लेकिन जैसी तारीफ रविचंद्रन अश्विन ने की, वैसी कम ही क्रिकेटर करते हैं. अश्विन ने जडेजा की तारीफ करते हुए माना कि वे कहीं ना कहीं इस खिलाड़ी से ईर्ष्या करते हैं.
अश्विन बोले- काश! मैं वैसा बन पाता
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने शुक्रवार का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘मैं हमेशा उससे (रवींद्र जडेजा) ईर्ष्या करता हूं कि वह कितना प्रतिभाशाली खिलाड़ी है. उसने अपनी क्षमता को सर्वश्रेष्ठ स्तर तक पहुंचाने का तरीका ढूंढ़ लिया है. काश! मैं वैसा बन पाता, लेकिन मैं जैसा हूं उससे भी खुश हूं.’
जडेजा के साथ होने से मदद मिली
37 वर्षीय अश्विन ने स्वीकार किया कि दूसरे छोर पर जडेजा के होने से उन्हें अपना शतक बनाने में मदद मिली. अश्विन ने कहा, ‘वह असाधारण क्रिकेटर है. पिछले कुछ वर्षों में उसे बल्लेबाजी करते हुए देखने से मुझे यह भी पता चला है कि मैं कितना बेहतर हो सकता हूं.’ अगर गेंदबाजी की बात करें तो अश्विन-जडेजा की अलग शैली है लेकिन दोनों जब भी साथ आते हैं, टीम को आगे ले जाते हैं.
308 रन की बढ़त ले चुका है भारत
भारत ने मैच के पहले दिन यानी गुरुवार को 144 रन पर छह विकेट गंवा दिए थे. इसके बाद अश्विन और जडेजा ने 199 रन की साझेदारी कर टीम को 343 के स्कोर तक पहुंचाया. अश्विन ने 113 रन बनाए तो जडेजा ने 86 रन की पारी खेली. इस जोड़ी के टूटने के 33 रन के भीतर भारत की टीम ऑलआउट हो गई. हालांकि, भारतीय टीम ने बांग्लादेश को 149 रन पर ढेर कर पहली पारी में 227 रन की बढ़त ली और मैच पर शिकंजा कस दिया. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 3 विकेट पर 81 रन बना लिए हैं. इस तरह बांग्लादेश पर भारत की कुल बढ़त 308 रन की हो गई.