नारायण साकार उर्फ भोले बाबा के रास्ते में तकरीबन 200 मीटर की बनाई रंगोली बनी सवा सौ लोगों की मौत का कारण
सवा दो टन बुरादे से रंगोली हुई थी तैयार
एक साथ हजारों हजार लोग रंगोली लेने के लिए दंडवत हुए और फिर संभलने का मौका नहीं मिला। रंगोली के बुरादे को लेने के चक्कर में इतनी मौतें हो गईं। सत्संग के बाद भोले बाबा रंगोली के ऊपर से जाते है। भक्तों में मान्यता है कि जब वह इस रंगोली से चलकर निकल जाते हैं तो यह रंगोली बेहद पुण्य हो जाती। रंगोली को लोग दंडवत प्रणाम कर उसका थोड़ा हिस्सा ले जाते है अपने घर। मान्यता है कि इस बुरादे से घर में बीमारियां भी दूर होती हैं और भूत प्रेत का डर नहीं सताता है। पंडाल से निकलने के बाद बाबा के भक्तों का हुजूम उस रंगोली को बाबा का आशीर्वाद मानकर दंडवत प्रणाम कर रंगोली के बुरादे को अपने साथ ले जाने में हुआ हादसा
रिपोटर – अर्पित यादव