लखनऊ के चिनहट थाने पर तैनात दरोगा ने बीबीडी थाने पर तैनात सिपाही के साथ निशातगंज निवासी दो भाइयों को गांजा तस्करी के आरोप उठा लिया। उसके बाद जेल भेजने की धमकी देकर पांच हजार रुपए घूस लेने के बाद छोड़ दिया। युवकों के परिजनों की शिकायत के पर पुलिस कमिश्नर ने जांच के बाद दोनों को निलंबित कर दिया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गांजा तस्करी में जेल भेजने के आरोप में उठाए गए एक युवक की पत्नी ने पांच हजार घूस रुपए लेकर छोड़ने की शिकायत तीन दिन पहले पुलिस कमिश्नर के कार्यालय में की थी। डीसीपी पूर्वी ह्दयेश कुमार ने जांच में प्रथम दृष्टया दोनों पुलिसकर्मी दोषी पाया। इसके चलते आरोपी एसआई राम प्रताप सिंह और सिपाही भरत कुमार को निलंबित कर दिया। साथ ही दोनों के खिलाफ विभागीय जांच भी कराने की संस्तुति की गई है।
निशातगंज निवासी सौरभ और उसके भाई चंचल को तीन दिन पहले चिनहट पुलिस गांजा तस्करी के आरोप में पूछताछ के बहाने ले गई। घर वालों के थाने पहुंचने पर दोनों के गांजा तस्कर होने की बात कही और यदि बचाना है तो दस हजार रुपए मांगे। चंचल की पत्नी ने पांच हजार रुपए देकर दोनों को छुड़ाकर घर ले गई। उसके बाद पुलिस कमिश्नर से शिकायत कर दी। इस पर पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर ने पूरे मामले की जांच डीसीपी पूर्वी को सौंप दी थी।