पाकिस्तान में महंगाई दर 31 फीसदी के पार, लोग गरीबी से परेशान

पाकिस्तान बीते कई महीनों से आर्थिक संकट में है। पाकिस्तान में महंगाई दर 31 फीसदी के पार पहुंच गई है, जो महंगाई दर से करीब 5 गुना ज्यादा है। पाकिस्तान में घरेलू गैस सिलेंडर की लगभग तीन हजार रुपये के पार पहुंच गई है।
पाकिस्तान ने बेलआउट पैकेज के तहत आईएमएफ की शर्तों को पूरा करने के लिए सितंबर में ईंधन दरें बढ़ाई थीं। देश में चार महीने बाद पहली बार महंगाई बढ़ी है।
सांख्यिकी ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में एक साल पहले की तुलना में कीमतें 31।44 प्रतिशत बढ़ीं। यह आंकड़ा ब्लूमबर्ग सर्वेक्षण में 30.95 प्रतिशत और अगस्त में 27.4 प्रतिशत के औसत वृद्धि अनुमान से बहुत ज्यादा था। महंगाई के इन आंकड़ों के बाद पाकिस्तान के नीति निर्माता 30 अक्टूबर को अपनी बैठक में नीतिगत दरें बढ़ा सकते हैं।
ब्याज दरों के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद जून से लगातार तीन महीनों तक मुद्रास्फीति में गिरावट आई है। इस महीने विशेषज्ञों को उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक द्वारा ऊर्जा की कीमतें बढ़ाने के कारण मुद्रास्फीति और बढ़ेगी। अगले साल जून तक मुनाफा कम रहेगा। इस वर्ष मूल्य वृद्धि का औसत अनुमान 20 से 22 प्रतिशत है।