रांची. झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में टिकट बंटवारे को लेकर घमासान शुरू हो गया है. पार्टी के सीनियर नेता और सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने बगावती तेवर अपनाते हुए साफ कर दिया है कि उन्हें भाजपा का टिकट नहीं चाहिए. अगर उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में चुनाव मैदान में उतरेंगे. सरयू राय ने दो विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन पत्र खरीद लिया है. संकेत साफ है कि वे दो जगहों से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. सरयू राय सीएम रघुवर दास और सरकार के कटु आलोचक माने जाते हैं. भाजपा ने शनिवार को अपने उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी कर दी है.
इस लिस्ट में केवल तीन उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई है. इसके साथ ही भाजपा की सहयोगी रही आजसू ने भी एक और सूची जारी कर दी है. भाजपा ने वरिष्ठ नेता सरयू राय को अबतक किसी भी विधानसबा सीट से टिकट नहीं दिया गया है. भाजपा की चौथी सूची में भी सरयू राय का नाम नहीं था. प्रदेश में यह चर्चा जोरों पर है कि कहीं सरयू राय को इस बार बिठाने का इरादा तो नहीं है. अगर उन्हें भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो उनके निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में चुनाव लड़ने की प्रबल संभावना है. सरयू राय अगर निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो जमशेदपुर पूर्वी सीट पर उनके सामने मुख्यमंत्री रघुवर दास होंगे. सरयू राय फिलहाल जमशेदपुर पश्चिमी से भाजपा विधायक हैं.
इधर तमाम कयासों और राजनीतिक उठापटक के बीच मंत्री सरयू राय शनिवार को जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के टेल्को स्थित भुवनेश्वरी मंदिर पहुंचे. सरयू राय ने शनिवार को साफ कर दिया कि जमशेदपुर पश्चिम सीट से भाजपा के टिकट में उन्हें कोई रुचि नहीं है. उन्होंने कहा कि अपने निर्णय से पार्टी के आला नेताओं को अवगत करा दिया है. भाजपा की ओर से जुगसलाई सीट से मोतीराम बाउड़ी को मैदान में उतारा गया है, जहां से राज्य के जलसंसाधन मंत्री और आजसू के विधायक रामचंद्र सहिस चुनाव मैदान में हैं. दो दिन पहले ही आजसू ने राज्य के भाजपा के कोटे के खेल और संस्कृति मंत्री अमर कुमार बाउड़ी के खिलाफ चंदनक्यारी से अपना उम्मीदवार उतारकर भाजपा को चुनौती दी थी. इसका जवाब शनिवार को भाजपा ने अपनी चौथी सूची से दिया. भाजपा ने जगन्नाथपुर सीट से सुधीर सुंडी और तमाड़ से रीता देवी मुंडा को उम्मीदवार बनाया है.