न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे का भतीजा ड्रग्स तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मार्च 2023 में मनुकाऊ से एक छापेमारी में 328 KG मेथामफेटामाइन बरामद की। ये ड्रग्स बीयर की बोलतों में छिपाकर रखा गया था।
छापेमारी में पुलिस ने एक शख्स को भी गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उसने अपना नाम बलतेज सिंह बताया। जांच में पता चला कि वह सतवंत सिंह का भतीजा है, जिसने ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद 1984 में अपने साथी बेअंत सिंह के साथ मिलकर इंदिरा गांधी की हत्या की थी।
इंदिरा गांधी की हत्या से पहले ही साल 1980 में सतवंत सिंह का भाई अपने परिवार के साथ न्यूजीलैंड चला गया था। उन्होंने ऑकलैंड में ग्रोसरी शॉप शुरू की। हालांकि, सतवंत सिंह का भतीजा होने की वजह से ऑकलैंड के स्थानीय गुरुद्वारों में बलतेज को खूब तवज्जो में मिलती थी।
न्यूजीलैंड में बलतेज सिंह उनकी प्रॉपर्टी अचानक बढ़ने लगी तो पड़ोसियों को उन पर शक हुआ। बलतेज के पिता रे व्हाइट नाम की एक रियल एस्टेट फर्म के मालिक बन गए। उन्होंने 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की कीमत का एक घर भी खरीदा है। गिरफ्तारी से पहले फर्म का काम बलतेज ही संभाल रहा था।
बलतेज सिंह न्यूजीलैंड में भारत विरोधी और खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनों का मास्टरमाइंड है। इसके जरिए वह धनउगाही करता है। फिलहाल वह जेल में है उसके खिलाफ ड्रग तस्करी का केस चल रहा है।
बता दें कि 31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की 2 सिख गार्डों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। इंदिरा के लिए वह दिन काफी बिजी शेड्यूल वाला दिन था। उन पर एक डॉक्युमेंट्री बनाने पीटर उस्तीनोव आए हुए थे। दोपहर में पूर्व ब्रिटिश PM जेम्स कैलाहन के साथ मीटिंग तय थी। इसके बाद राजकुमारी ऐनी के साथ डिनर का प्रोग्राम था।
गेट पर इंदिरा गांधी के सुरक्षा गार्ड सब-इंस्पेक्टर बेअंत सिंह और संतरी बूथ पर कॉन्स्टेबल सतवंत सिंह स्टेनगन लेकर खड़े थे। इंदिरा ने हमेशा की तरह आगे बढ़कर बेअंत और सतवंत को नमस्ते कहा। इतने में बेअंत ने .38 बोर की सरकारी रिवॉल्वर इंदिरा गांधी पर तान दी। तभी इंदिरा बोलीं, ‘तुम क्या कर रहे हो?’ सेकेंडों की खामोशी के बीच बेअंत सिंह फायर करता है। इसके बाद सतवंत सिंह भी इंदिरा पर गोलियां बरसाने लगता है।