पेरिस पैरालंपिक का 5वां दिन भारत के लिए ऐतिहासिक रहा. भारत ने सोमवार को रिकॉर्ड 8 मेडल जीते हैं. ओलंपिक और पैरालंपिक के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है, जब भारत ने एक दिन में इतने मेडल जीते हो. भारत ने पांचवें दिन दो गोल्ड, तीन सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए. भारत के दिन की शुरुआत योगेश ने सिल्वर के साथ की, तो दिन का अंत नित्या ने ब्रॉन्ज के साथ किया. भारत के लिए पांचवें दिन नितेश कुमार और सुमित अंतिल ने गोल्ड जीते.
पेरिस पैरालंपिक के पांचवें दिन सुमित अंतिल ने जैवलिन थ्रो में रिकॉर्ड 70.59 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. यह भारत का दिन का सातवां पदक रहा. सुमित के अलावा इस स्पर्धा में भारत के संदीप और संदीप संजय सरगर भी हिस्सा ले रहे थे, संदीप जहां चौथे स्थान पर रहे तो संदीप सरगर सातवें स्थान पर रहे. सुमित से पहले तीरंदाज शीतल देवी और राकेश कुमार ने मिक्स्ड टीम कंपाउड ओपन में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. यह भारत के लिए दिन का छठा पदक रहा.
सोमवार को भारत ने बैडमिंटन में पांच मेडल जीते. नितेश कुमार ने पुरुषों के मेंस सिंग्लस SL3 मैच में ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया तो वहीं तुलसीमथी मुरुगेसन को महिला एकल SU5 स्वर्ण पदक मैच में चीन की किउ ज़िया यांग के खिलाफ हारकर सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. दिन का तीसरा मेडल मनीषा रामदास ने दिलाया. मनीषा ने डेमनार्क की कैथरीन रोसेनग्रेन को हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. जबकि सुहास यतिराज ने सिल्वर अपने नाम करके भारत को बैडमिंटन में चौथा पदक दिलाया है. सुहास को गोल्ड मेडल मैच में पुरूष एकल एसएल4 स्पर्धा के फाइनल में फ्रांस के लुकास माजूर से सीधे गेमों में हार का सामना करना पड़ा. दिन का आखिरी मेडल नित्या ने दिलाया, जिन्होंने ब्रॉन्ज जीता.
बता दें, ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत ने लगातार दो पैरालंपिक खेलों में मेडल टैली में दहाई का आंकड़ा पार किया है. भारत ने टोक्यो में 19 पदक जीते थे. पेरिस में भारत अभी तक 15 पदक जीत चुका है.