LU यानी लखनऊ विश्वविद्यालय में बुधवार को फैकल्टी ऑफ योग एंड अल्टरनेटिव मेडिसिन और इंडियन योग फेडरेशन, यूपी नेचुरोपैथी एंड योग टीचर्स एंड फिजिशियन एसोसिएशन के पाचन तंत्र में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा का प्रभाव के विषय पर 2 दिवसीय 18वें राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए योगासन- वज्रासन, पवनमुक्तासन, कोणासन, मार्जरीआसन, वक्रासन, विपरीतकरणी आसन, व अनुलोम विलोम, भ्रामरी प्राणायम और ध्यान के माध्यम से पेट सबन्धी समस्त रोगों के लिए फायदेमंद है। पतंजलि यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर निधीश यादव ने बताया कि योग में रिसर्च की आवश्यकता और योग के वैज्ञानिक महत्व पर बताया।
इनको मिली जगह रक्षा अध्ययन विभाग की ओर से को-कॅरिकुलर कोर्स के रूप में राष्ट्रीय सुरक्षा, वोकेशनल में मिलिट्री जियोग्राफी, एनसीसी ट्रेनिंग फॉर आर्मी कैडेट्स को शामिल किया गया है। वहीं राजनीति विज्ञान विभाग ने योर लॉज, योर राइट्स, पब्लिक ओपिनियन और सर्वे रिसर्च को शामिल किया गया है।
वही ओरिएंटल संस्कृत में चौथें सेमेस्टर में अर्चक प्रशिक्षण (मंदिर पुजारी), ज्योतिर्विज्ञान विभाग में हस्त-अंक ज्योतिष, पंचांग कौशल, अरेबिक विभाग ने हिस्ट्री ऑफ कल्चरल डवलपमेंट ऑफ अरब, अर्थशास्त्र विभाग द्वारा बेसिक ऑफ इंडियन इकोनॉमी को शामिल किया गया है। वही इंस्टीट्यूट ऑफ विमेन स्टडीज में विमेन हुड एन ओवरविव : लाइफ साइकल, चैलेंजेज एंड मैनेजमेंट, सोशियोलॉजी विभाग ने रिपोर्ट राइटिंग एंड प्रजेंटेशन स्किल, इंग्लिश विभाग ने फ्रेंच ग्रामर, ट्रांसलेशन एंड कंपोजिशन को शामिल किया है।