अभी तक नहीं बना यूएनएससी में बोला भारत- सूमी में फंसे भारतीयों के लिए सेफ पैसेज

यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए सरकार की तरफ से कोशिशें जारी हैं। रोजाना कई फ्लाइट भारतीय नागरिकों को लेकर स्वदेश लौट रही हैं। भारतीयों की सुरक्षित निकासी के लिए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बातचीत की थी।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में यूक्रेन को लेकर चर्चा हुई। भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, ‘भारत ने यूक्रेन से सभी निर्दोष नागरिकों, भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग की मांग की है। दोनों पक्षों से हमारे आग्रह के बावजूद सूमी में फंसे हमारे छात्रों के लिए सुरक्षित गलियारा नहीं बन पाया।

इससे पहले पीएम मोदी ने सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बातचीत की थी। पुतिन के साथ करीब 50 मिनट की बातचीत में कई मुद्दों पर बातचीत हुई। पीएम मोदी ने सूमी सहित यूक्रेन के कुछ हिस्सों में संघर्ष विराम की घोषणा और मानवीय गलियारे बनाने के कदम की सराहना की। मोदी ने सूमी से भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने पर भी जोर दिया।
पुतिन से पहले मोदी ने जेलेंस्की से करीब 35 मिनट तक बातचीत की थी। दोनों नेताओं ने यूक्रेन में स्थिति पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी सीधी बातचीत की सराहना की।
रूस ने मंगलवार को यूक्रेन के कीव, चेर्निहाइव, सूमी, खारकीव और मारियुपोल शहरों में मानवीय कारिडोर को खोलने के लिए युद्ध विराम की घोषणा की है। मास्को के समय अनुसार सुबह 10 बजे से युद्ध विराम की घोषणा की गई है।