भारत-ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर डील स्कॉच, कार और वीसा जैसे मुद्दों पर असहमति के कारण अटक गई है। भारत स्कॉच और कारों पर टैक्स में कमी करने को तैयार नहीं जबकि ब्रिटेन भारतीय प्रोफेशनल्स को अधिक वीसा देने को तैयार नहीं है।
भारत इस पर अड़ा है कि ब्रिटेन में निवेश करने वाली भारतीय फर्म के 10 हजार प्रोफेशनल्स को वीसा दिए जाएं। ब्रिटेन का कहना है कि वीसा नियम सबके लिए समान हैं, भारत को विशेष दर्जा नहीं दे सकते।
भारत हर साल ब्रिटेन से आने वाली 31 सौ करोड़ रु. की स्कॉच विस्की पर 150% आयात शुल्क लगाता है। ब्रिटेन का कहना है कि एफटीए के बाद इसे तुरंत 75% कर 3 साल में 30% किया जाए।
इसी तरह भारत ब्रिटिश प्रीमियर कारों पर 70-100% टैक्स लगाता है। बताया जा रहा है कि 5 साल में कारों पर टैक्स चरणबद्ध कम कर सकता है। हालांकि यह कमी 46,200 कारों पर ही होगी। ब्रिटेन यह संख्या बढ़ाना चाहता है।
ब्रिटेन की मांग है कि व्यापार संबंधी विवादों की सुनवाई भारतीय कोर्ट में नहीं होकर अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में हो। भारत इसके लिए तैयार नहीं। इसी के साथ एफटीए पर 26 में से 13 मुद्दों जैसे जूलरी, टेक्सटाइल, फूड प्रोडक्ट पर ही सहमति बन पाई है।
एफटीए पर पिछली दिवाली पर करार होना था, पर अब तय नहीं। दोनों देशों में 45 लाख करोड़ का व्यापार है। 2030 तक 82 लाख करोड़ रु. तक करने का लक्ष्य है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के घर और ऑफिस 10 डाउनिंग स्ट्रीट के मेन गेट में एक कार ने टक्कर मार दी। घटना गुरुवार की शाम करीब 4:20 (लंदन के समयानुसार) बजे हुई। टक्कर के वक्त सुनक घर में ही मौजूद थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने डाउनिंग स्ट्रीट जाने वाली व्हाइटहॉल रोड को तुरंत बंद कर दिया।