भारत दूसरे टी-20 में श्रीलंका से हारा, टीम इंडिया ने 7 नो-बॉल फेंकी

श्रीलंका ने गुरुवार देर रात दूसरे टी-20 मैच में भारत को हराकर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है। 20वें ओवर तक मैच में रोमांच बना रहा। दोनों टीमें मैच को अपने पाले में करने के लिए लड़ाई लड़ती रहीं। शुरुआत में यह मैच पूरी तरह श्रीलंकाई खिलाड़ियों के कब्जे में रहा। क्योंकि भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। तीन बल्लेबाज 21 रन पर आउट होकर पवेलियन लौट गए। 57 रन पर पांच विकेट गिर चुके थे।

सूर्या और अक्षर पटेल ने छठवें विकेट के लिए 40 गेंद पर 91 रन की साझेदारी कर टीम को जीत के करीब पहुंचाया। लेकिन अंतिम ओवर में अक्षर का विकेट गिरते ही भारत के हाथ से यह मैच निकल गया और भारत 16 रन से मैच हार गया। इस मैच में भारत ने 7 नो बॉल फेंकी। इनपर 28 रन दिए। 2 छक्के भी खाए। …
टीम इंडिया में वापसी कर रहे अर्शदीप सिंह का पहला ओवर बहुत बुरा रहा। पावरप्ले में दूसरे ओवर की पहली ही बॉल पर उन्हें चौका लगा। ओवर की आखिरी बॉल उन्होंने नो-बॉल फेंक दी। इस पर बैट से कोई रन नहीं आया।

अगली बॉल फ्री हिट थी। मेंडिस ने इस पर चौका लगा दिया। लेकिन, अंपायर ने इसे भी नो-बॉल दे दिया। अगली बॉल पर मेंडिस ने छक्का लगा दिया। लेकिन, ये बॉल भी नो-बॉल थी। अगली बॉल पर एक ही रन आया। इस तरह 3 नो-बॉल, एक चौका, एक छक्का और एक सिंगल मिलाकर अर्शदीप के पहले ओवर की आखिरी बॉल पर 14 रन बने। उनके ओवर से कुल 19 रन आए।
स्पेल के पहले ओवर में 3 नो-बॉल फेंकने के बाद अर्शदीप ने दूसरे ओवर में भी 2 नो-बॉल फेंकी। इनमें से एक पर श्रीलंका के कप्तान दसुन शनाका कैच आउट भी हो गए, लेकिन नो-बॉल होने के कारण वे पिच पर बने रहे। अर्शदीप के इस ओवर से 18 रन आए। उन्होंने अपना स्पेल 2 ओवर में 37 रन और 5 नो-बॉल के साथ खत्म किया।
एक ही ओवर में नो-बॉल की हैट्रिक बनाने वाले अर्शदीप पहले भारतीय गेंदबाज बने। अर्शदीप टी-20 करियर में 14 नो-बॉल फेंक चुके हैं। टी-20 करियर में उनसे ज्यादा नो-बॉल साउथ अफ्रीका के मॉर्ने मॉर्केल (19) ने फेंकी हैं।
पावरप्ले का चौथा ओवर शिवम मावी लेकर आए। उन्होंने भी अपने ओवर की तीसरी गेंद नो-बॉल फेंक दी। हालांकि, इस बॉल पर एक ही रन आया। अंतिम ओवरों में उमरान मलिक ने भी एक नो-बॉल फेंकी। इस तरह भारत ने मैच में कुल 7 नो-बॉल फेंकी। यह भारत द्वारा एक टी-20 मैच में फेंकी गईं सबसे ज्यादा नो-बॉल थीं।

  1. छक्का खाने के बाद उमरान ने लिए 2 विकेट
    16वें ओवर की दूसरी ही बॉल पर उमरान मलिक को डीप मिड विकेट पर छक्का लगा। बावजूद इसके उन्होंने लगातार 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बॉलिंग करना जारी रखा। ओवर की पांचवीं बॉल उन्होंने बाउंसर डाली। असालंका इसे मिस-टाइम कर गए और मिड विकेट पर शुभमन गिल के हाथों कैच आउट हुए। ओवर की आखिरी बॉल उमरान ने 140 किमी की स्पीड से गुड लेंथ पर डाली। वनिंदु हसरंगा इस बॉल को पूरी तरह से मिस कर गए और उनके स्टंप्स बिखर गए।
    इस तरह दूसरी बॉल पर छक्का खाने के बाद उमरान मलिक ने शानदार वापसी की। उन्होंने अपने स्पेल के दूसरे ओवर में भनुका राजपक्षे को 147 किमी स्पीड की बॉल पर बोल्ड किया था। हालांकि, उन्होंने अपना स्पेल 4 ओवर में 48 रन देकर खत्म किया।
  2. जीवनदान के बाद शनाका की तूफानी पारी
    श्रीलंका के कप्तान दसुन शनाका 19वें ओवर की चौथी बॉल पर कैच आउट हो गए। लेकिन, अर्शदीप सिंह की यह गेंद नो बॉल निकली। शनाका इस वक्त 30 रन पर थे। शनाका ने इसके बाद 5 बॉल में 20 रन बनाकर अपनी फिफ्टी पूरी कर ली। उन्होंने 22 बॉल में 56 रन बनाकर अपनी पारी खत्म की। इस पारी के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड दिया गया।

20 गेंदों में फिफ्टी के साथ ही शनाका ने श्रीलंका के लिए सबसे तेज अर्धशतक बनाया। उन्होंने महेला जयवर्धने और कुमार संगकारा के रिकॉर्ड तोड़े। जयवर्धने ने 2007 में केन्या और संगकारा ने 2009 में भारत के खिलाफ 21-21 बॉल में फिफ्टी मारी थी।

  1. मेंडिस का फ्लाइंग कैच
    सेकेंड इनिंग्स में श्रीलंका के विकेटकीपर कुसल मेंडिस ने शानदार फ्लाइंग कैच पकड़ा। पांचवें ओवर की चौथी बॉल चमिका करुणारत्ने ने ऑफ साइड पर गुड लेंथ डाली। भारत के कप्तान हार्दिक पंड्या इस पर ऑन ड्राइव खेलने गए। लेकिन, बॉल उनके बैट का बाहरी किनारा लेकर कीपर के पास चली गई। जहां विकेट के पीछे मेंडिस ने दाएं तरफ हवा में शानदार डाइव मारकर कैच पकड़ लिया। पंड्या 12 बॉल में 12 रन बनाकर आउट हुए। उनके आउट होने के बाद 4.4 ओवर में भारत का स्कोर 4 विकेट के नुकसान पर 34 रन हो गया।
  2. रन आउट होने से बचे अक्षर 12वें ओवर की चौथी बॉल पर अक्षर पटेल रन आउट होने से बाल-बाल बचे। चमिका करुणारत्ने की बॉल पर सूर्यकुमार यादव ने स्कूप किया। बॉल विकेटकीपर कुसल मेंडिस के पास गई। अक्षर ने रन दौड़ना शुरू कर दिया, लेकिन सूर्या अपनी क्रीज में ही खड़े रहे। मेंडिस ने करुणारत्ने की ओर बॉल फेंकी। अक्षर नॉन-स्ट्राइकर एंड की ओर दौड़े, तभी करुणारत्ने ने स्टंप्स पर थ्रो मारा। लेकिन, बॉल स्टंप्स पर नहीं लगी और अक्षर बच गए।
    12वें ओवर में मिले इस जीवनदान के बाद अक्षर ने 14वें में लगातार 3 गेंदों पर 3 छक्के लगाए। वह 31 बॉल में 65 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके। अक्षर ने अपनी पारी में 6 छक्के और 3 चौके लगाए। यह उनके टी-20 इंटरनेशनल करियर की पहली ही फिफ्टी है। उन्होंने सूर्यकुमार यादव के साथ ताबड़तोड़ 91 रन की पार्टनरशिप की। दोनों ने भारत को शर्मनाक हार के मुंह से निकाल कर जीत के करीब ला दिया था।