भारत में पाकिस्तान के हाईकमिश्नर रह चुके अब्दुल बासित ने कहा है कि भारत जल्द ही पाकिस्तान में एक और सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दे सकता है। बासित ने कहा-20 अप्रैल को जम्मू के पुंछ में भारतीय सैनिकों पर हमला हुआ था। इसके बाद से पाकिस्तान में यही चर्चा है कि भारत एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है।
अपने यूट्यूब चैनल पर बासित ने एक वीडियो जारी किया है। इसमें उन्होंने आशंका जताई है कि पाकिस्तान पर भारत की तरफ से जवाबी हमले का खतरा मंडरा रहा है और यह पुंछ हमले की वजह से है। इसमें 5 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।
बासित के मुताबिक पाकिस्तान में इस वक्त भारत की तरफ से एक और सर्जिकल स्ट्राइक के खतरे पर चर्चा चल रही है। यह एयर स्ट्राइक भी हो सकती है। हालांकि मुझे ये भी लगता है कि भारत में SCO समिट होने वाली है और G20 की प्रेसिडेंसी भी भारत के पास है तो ऐसे में वो क्या इस तरह का कोई कदम उठाएगा? वैसे, अगले साल वहां चुनाव हैं और तब इस तरह के किसी हमले का खतरा बहुत ज्यादा होगा। हो सकता है कि भारत में जनरल इलेक्शन के ठीक पहले पाकिस्तान पर कोई हमला किया जाए।
पुंछ आतंकी हमले को बासित ने जायज ठहराने के लिए तर्क भी दिए। कहा- चाहे जिसने भी पुंछ में इंडियन आर्मी पर हमला किया हो, उसने सिर्फ मिलिट्री को ही निशाना बनाया, किसी सिविलियन को नहीं। हो सकता है यह मुजाहिदीन रहे हों, जो अपने हक की जंग लड़ रहे हैं। जब कोई आंदोलन होता है तो उसमें मिलिट्री को ही निशाना बनाया जाता है, आम नागरिकों को नहीं। भारत बहुत अच्छे से जानता है कि वो अब कहां खड़ा है।
पुंछ में 20 अप्रैल को आतंकियों ने भारतीय सेना के एक ट्रक को स्टिकी बम से निशाना बनाया था। हमले में हमारे पांच जवान शहीद हो गए थे। ये जवान इफ्तार के लिए खाने का सामान लेकर जा रहे थे।
हमले के बाद आर्मी ने पुंछ के घने जंगल में बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया था। न्यूज एजेंसी से बातचीत में एक डिफेंस सोर्स ने कहा था- हमारे पास मौजूद जानकारी के मुताबिक इस इलाके में 6 या 7 आतंकी मौजूद हैं।
तारीख- 18 सितंबर 2016। समय- सुबह के साढ़े 5 बजे। चार आतंकवादी भारतीय सैनिकों के वेश में LoC को पार कर कश्मीर में घुस आते हैं। उनके निशाने पर था, उरी में भारतीय सेना का ब्रिगेड हेडक्वार्टर। उजाला होने से पहले आतंकी हमला करते हैं। 3 मिनट के भीतर ही आतंकियों ने 15 से ज्यादा ग्रेनेड कैंप पर फेंके। हमले में भारतीय सेना के 19 जवान शहीद हो जाते हैं। कई घायल हुए। सेना के जवानों ने जवाबी फायरिंग की। इसमें चारों आतंकी मारे गए।
देश में इस हमले के खिलाफ गुस्सा था। हर ओर बदला लेने की बात उठने लगी थी। सुरक्षा एजेंसियों ने पता लगा लिया था कि ये आतंकी PoK से आए थे और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे। पाकिस्तान की सेना इन्हें पूरा सपोर्ट देती है।
इसके बाद, 29 सितंबर 2016 का दिन। भारत के DGMO यानी डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन के लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। उन्होंने ऐलान किया- भारत ने सीमा पार आतंकियों के लॉन्च पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक की है। मतलब ये कि भारतीय सेना ने पहली बार LoC पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह कर डाले। ये न सिर्फ उरी हमले का बदला था, बल्कि पाकिस्तान को एक खुली चेतावनी थी कि जब-जब आतंकी हमला होगा, भारत उनके घर में घुसकर मारेगा। भारत के इस कदम से दुनिया हैरान रह गई। 2018 में सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी बरसी पर नीचे दिया गया वीडियो जारी किया था
साल 2019 की 14 फरवरी। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक विस्फोट हुआ। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल यानी CRPF के 78 जवानों के काफिले को निशाना बनाया गया। इस हमले में हमारे 40 जवान शहीद हुए। पूरा देश गम में डूबा था, इसी बीच पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ले ली। यह लोकसभा चुनाव का समय था तो माहौल में और अधिक गहमागहमी थी।
दो सप्ताह के भीतर 48 साल बाद भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा यानी LoC पार कर पाकिस्तान के पूर्वोत्तर इलाके खैबर पख्तूनख्वाह के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैम्पों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। इसे ऑपरेशन बंदर नाम दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस दौरान भारतीय सेना के मिराज विमानों ने 150-200 आतंकियों को ढेर किया था। मरने वालों में जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के साले समेत तकरीबन एक दर्जन बड़े आतंकी शामिल थे।