भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड के द ओवल मैदान पर जारी है। शुक्रवार को तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भी ऑस्ट्रेलिया ही स्ट्रॉन्ग पोजिशन में है। लेकिन अजिंक्य रहाणे, शार्दूल ठाकुर और गेंदबाजों ने भारत का छोटा सा कमबैक करा दिया है।
रहाणे और शार्दूल ने सेंचुरी पार्टनरशिप कर भारत को फॉलो-ऑन से बचाया। वहीं तेज गेंदबाजों ने अटैकिंग बॉलिंग कर ऑस्ट्रेलिया के भी 120 रन तक 4 विकेट कर दिए। अब 2 दिन का खेल बाकी है और टीम इंडिया को मैच में वापसी करने के लिए ऑस्ट्रेलिया को किसी भी हाल में आज पहले ही सेशन में कम से कम स्कोर पर ऑलआउट करना होगा।
आगे स्टोरी में हम तीसरे दिन के खेल को समझेंगे, साथ ही जानेंगे कि भारत को वापसी करने के लिए चौथे दिन क्या स्ट्रैटजी अपनानी चाहिए।
तीसरे दिन भारत ने 151/5 के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया। दिन की दूसरी ही बॉल पर केएस भरत बोल्ड हो गए। नंबर-8 पर उतरे शार्दूल ठाकुर का अगली ही बॉल पर कैच छूट गया। अगले ओवर में पैट कमिंस की बॉल उन्हें 2 बार कोहनी पर लगी। दोनों ही बार शार्दूल दर्द से कराह उठे और फिजियो टीम को मैदान में उन्हें देखने के लिए आना पड़ा।
दूसरे एंड पर खड़े अजिंक्य रहाणे पहले दिन ही चोटिल हो गए थे। चोट के बावूजद दोनों खिलाड़ियों ने पूरे सेशन बैटिंग की। 44वें ओवर में शार्दूल और 56वें ओवर में रहाणे का कैच छूटा, दोनों ने जीवनदान का फायदा उठाया सेंचुरी पार्टनरशिप कर डाली।
पहले सेशन में शार्दूल के साथ 109 रन की पार्टनरशिप करने के बाद रहाणे ने कमिंस की बॉल पर बड़ा शॉट लगाया, लेकिन गली पोजिशन पर खड़े कैमरन ग्रीन ने एक हाथ से शानदार कैच पकड़ लिया। रहाणे 89 रन बनाकर आउट हो गए। इस वक्त टीम फॉलो-ऑन बचाने से 9 रन दूर थी।
शार्दूल ठाकुर ने लोअर-ऑर्डर में उमेश यादव और मोहम्मद शमी के साथ फॉलो-ऑन बचाया, लेकिन वह भी 51 रन बनाकर आउट हो गए। बाकी बैटर ज्यादा देर टिके नहीं और टीम इंडिया 296 पर ऑलआउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 173 रन की बढ़त मिली।
71 रन पर 4 विकेट खोने के बाद टीम इंडिया ने 296 रन का फाइटिंग टोटल बनाया। अब भारत के तेज गेंदबाजों ने पहले ओवर से कसी हुई गेंदबाजी की। चौथे ही ओवर में सिराज ने डेविड वार्नर को चलता कर दिया। नई गेंद के 15 ओवर तक पेसर्स ने सटीक लाइन-लेंथ पर बॉलिंग की और 24 रन पर उस्मान ख्वाजा का विकेट भी ले लिया।
ऑस्ट्रेलिया से नंबर-4 पर उतरे स्टीव स्मिथ ने मार्नस लाबुशेन के साथ फिफ्टी पार्टनरशिप की। लेकिन रवींद्र जडेजा ने स्मिथ को कैच आउट करा दिया। जडेजा ने ही तीसरे सेशन में पहली पारी के एक और शतकवीर ट्रेविस हेड को भी चलता कर दिया। दिन का खेल खत्म होने तक लाबुशेन 41 रन बनाकर कैमरन ग्रीन (7 रन) के साथ नॉटआउट लौटे।
लाबुशेन चौथे दिन ग्रीन के साथ ऑस्ट्रेलिया की पारी आगे बढ़ाएंगे। भारत को कोशिश करनी होगी कि अटैकिंग बॉलिंग जारी रखे। लाबुशेन के सामने जडेजा को लाएं और एक एंड से शमी या सिराज से बॉलिंग कराएं। टीम इंडिया को किसी भी हाल में पहले सेशन तक ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी कम से कम स्कोर पर खत्म करनी होगी।
भारत को मैच में बने रहने के लिए 350 से कम का टारगेट चाहिए होगा, उससे ज्यादा स्कोर होने पर टीम के जीतने के चांस कम होते चले जाएंगे। ऑस्ट्रेलिया को समेटने के बाद टीम इंडिया के टॉप-ऑर्डर बैटर्स को जिम्मेदारी उठाकर टीम को मजबूत शुरुआत दिलानी होगी।
पहली पारी में रहाणे की टेक्निक से टीम इंडिया के बाकी बैटर्स को सीख लेनी चाहिए। उन्हें भी शुरुआती ओवर्स में संभलकर बैटिंग करनी होगी। पहली पारी में टीम ने 41 रन के अंदर ही अपने टॉप-4 बैटर्स के विकेट गंवा दिए थे, जो टीम इंडिया दूसरी पारी में तो बिलकुल नहीं चाहेगी।
अगर टीम इंडिया को 350 या 375 के करीब का टारगेट मिला तो बैटर्स को आज पूरे दिन विकेट संभाल कर ज्यादा से ज्यादा रन बनाने पर फोकस करना होगा। क्योंकि तीसरे दिन ही पिच टूटने लगी है, ऐसे में चौथे और पांचवें दिन तक बैटर्स को और ज्यादा परेशानी होगी।