भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच खेली जा रही चार मैचों की टेस्ट सीरीज का रोमांच प्रशंसकों के सिर चढ़कर बोल रहा है. दोनों टीमों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है. एडिलेड और मेलबर्न के बाद अब बाजी सिडनी (Sydney Test) में खेली जा रही है, जहां मुकाबले के पांचवें दिन ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की सांसें रोक दी थी. पंत ने दूसरी पारी में 97 रन बनाए तो पुजारा ने 77 का स्कोर बनाया. मगर इन दोनों ने चौथी पारी में मिलकर वो काम किया जो आज से 72 साल पहले भारतीय बल्लेबाजों रूसी मोदी और विजय हजारे ने अंजाम दिया था और जिसे उसके बाद से कोई भारतीय जोड़ी अंजाम नहीं दे पाई.
दरअसल, टीम इंडिया सिडनी टेस्ट में 102 रनों पर तीन विकेट गंवाकर संकट में थी. तब उसे पंत और पुजारा की जोड़ी ने सहारा दिया. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 148 रनों की बेहतरीन साझेदारी की. ये टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में चौथे विकेट के लिए भारत की ओर से सबसे बड़ी साझेदारी है. इससे पहले रूसी मोदी और विजय हजारे ने चौथी पारी में 139 रन की साझेदारी की थी. दोनों ने मुंबई में खेले गए टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ 1948-49 में ये कारनामा अंजाम दिया था. रूसी मोदी और विजय हजारे से पहले ये रिकॉर्ड दिलीप वेंगसरकर और यशपाल शर्मा के नाम दर्ज था. वेंगसरकर और यशपाल ने 1979-80 में पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली टेस्ट में चौथी पारी में चौथे विकेट के लिए 122 रन की पार्टनरशिप की थी.