गर्मी दस्तक देने लगी है. दिन में गर्मी तो रात में सर्दी का अहसास हो रहा है. यह बदलते मौसम का दौर है व ऐसे में स्वास्थ्य का बिगड़ना आम बात है, लेकिन कुछ सावधानियां बरती जाएं तो स्वास्थ्य संबंधी किसी भी मुसीबत से बचा जा सकता है. आमतौर पर हम देखते हैं कि जैसे ही
मौसम बदलता है तो डॉक्टरों के यहां सर्दी, खांसी, बुखार जैसी सामान्य बीमारियों के मरीजों की कतार लग जाती है, लेकिन कभी-कभी ये सामान्य सी बीमारियां भी थोड़ी सी लापरवाही के चलते जानलेवा साबित हो जाती है. ऐसे में स्वास्थ्य का ख्याल रखा जाए, खानपान व दिनचर्या में थोड़ा सी सावधानी बरती जाए तो मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है.
मौसमी बीमारियों से बचने के तरीका जानने से पहले यदि हम यह जान लें कि मौसमी बीमारियां क्यों होती हैं तो बीमार होने से पहले ही हम अपनी आधी से ज्यादा सुरक्षा कर सकते हैं. इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि जैसे ही मौसम में परिवर्तन होता है तो हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम सबसे ज्यादा प्रभावित होता है.
www.myupchar.com से जुड़े डाक्टर लक्ष्मीदत्त शुक्ला के अनुसार, इम्यून सिस्टम से तात्पर्य है हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता. जब-जब मौसम में परिवर्तन होता है, तब-तब भिन्न-भिन्न तरह के बैक्टीरिया, वायरस आदि तापमान के अनुसार सक्रिय हो जाते हैं, जो हमारे शरीर पर आक्रमण करते हैं. ऐसे में यदि हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम (रोग प्रतिरोधक क्षमता) निर्बल होगी तो बैक्टीरिया शरीर में सरलता से स्थान बनाकर उसे निर्बल करना प्रारम्भ कर देंगे. यही कारण है कि बीमार होने पर चिकित्सक हमें एंटीबायोटिक दवाएं खाने को देते हैं, ये वे दवाएं होती हैं जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है व शरीर पर बैक्टीरिया व वायरस के द्वारा होने वाले बाहरी आक्रमण को समाप्त कर देती है.
ऐसे में साफ है कि बदलते मौसम में हमें ऐसे चीजों को खाना चाहिए तो हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत करे. हमें कोई भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए, जिससे कीटाणुओं के साथ हमारे शरीर का सम्पर्क बढ़े. ऐसे में हमारे शरीर की बाह्य सुरक्षा व आतंरिक सुरक्षा दोनों का ख्याल रखना चाहिए.
बाह्य सुरक्षा
मौसमी बीमारियों से बचने के लिए हमेशा साफ-सुथरे कपड़े पहनें. स्नान आदि नित्यक्रिया नियमित करें. घर में फिनाइल आदि से साफ-सफाई रखें. अपने आसपास का वातावरण यदि शुद्ध होगा तो शरीर पर बैक्टीरिया के आक्रमण के संभावना कम हो जाती है.
आंतरिक सुरक्षा
आंतरिक सुरक्षा से तात्पर्य हमारे खानपान की आदतों से है. बदलते मौसम में हमें ऐसी चीजों को खाने से बचना चाहिए, जो हमारी पाचन क्रिया को प्रभावित करे. क्योंकि ज्यादा ऑयल या वसायुक्त भोजन को पचाने में शरीर को अपनी अत्यधिक ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है. साथ ही पेट साफ रखने के लिए नियमित गर्म पानी का सेवन करें तो ज्यादा अच्छा रहेगा.
इन चीजों को खानपान में करें शामिल
मौसमी बीमारियों से बचने के लिए हमारे किचन में ही ऐसी कई चीजें होती हैं, जिनका सेवन करने से हम अपना इम्यून सिस्टम मजबूत कर सकते हैं. अदरक, इलायची, सौंफ, अजवाइन, दालचीनी को अपने खानपान में शामिल करना चाहिए. इसके अतिरिक्त आंवला विटामिन-सी का एक जरूरी स्रोत है, जो शरीर को मजबूत रखता है. साथ ही ब्रह्मी, तुलसी व एलोवेरा जैसी औषधियां भी सरलता से उपलब्ध हो जाती हैं. मौसमी बीमारियों में श्वसनतंत्र सबसे अधिक प्रभावित होता है, क्योंकि इसके जरिए ही शरीर पर बैक्टिरिया का आक्रमण होता है, इसलिए गर्म पानी की भाप भी जरूर लेनी चाहिए.