दुनिया की पहली फिल्म 1888 में ब्रिटेन में बनी, महज 2.11 सेकेंड्स की। नाम था राउंडहे गार्डन सीन। लेकिन, ये 3 सेकेंड से कम की मोशन मूवी एक बड़ा अविष्कार थी। बनाने वाले भी कोई फिल्म डायरेक्टर नहीं, वैज्ञानिक थे फ्रांस के लुईस ली प्रिंस। 2.11 सेकेंड की इस मोशन फिल्म से शुरू हुआ फिल्मों का सफर आज सालाना 5 लाख फिल्मों पर (दुनियाभर में) पहुंच गया है। अकेले भारत में सालाना 2400 फुल लैंथ (दो घंटे से ज्यादा की) फीचर फिल्में बनती हैं।
फिल्मों से होने वाला बिजनेस दुनिया की इकोनॉमी का एक बड़ा हिस्सा है। 2021 के आंकड़े देखें तो दुनियाभर में फिल्मों का बाजार 21.4 बिलियन डॉलर यानी करीब 1 लाख 60 हजार करोड़ रुपए का रहा है। ये आंकड़ा कोरोनाकाल के बाद हैं, जबकि 2019 तक ये रेवेन्यू दोगुना 3 लाख 33 हजार करोड़ था।
इसमें सबसे बड़ा बाजार चीन है, जो 56 हजार करोड़ का कारोबार कर रहा है। भारत इस लिस्ट में 3800 करोड़ रुपए के साथ 8वें नंबर पर है।