लोकसभा में वित्त मंत्री ने कई बार दोहराया ‘दामाद’ शब्द, कहा- हम दामाद और Crony के लिए नहीं आम जनता के लिए करते हैं काम

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Niramala Sitharaman) ने शनिवार को बजट पर लोकसभा में अपना जवाब पेश किया और इसे नीतियों पर आधारित बताते हुए कहा कि इसके जरिए किए गए सुधारों से देश दुनिया के शीर्ष अर्थव्यवस्था में शामिल होगा। उन्होंने राजस्व के तहत किए गए सुधार से लेकर किसानों के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र किया साथ ही कल दिए गए कांग्रेस नेता के बयान पर पलटवार भी किया।  आज चर्चा के दौरान सदन में वित्त मंत्री ने बार बार ‘दामाद’ शब्द का इस्तेमाल किया। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हम न दामाद के लिए काम करते हैं और न ही Crony के लिए हम देश की आम जनता के लिए काम करते हैं। एक फरवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2021-2022 प्रस्तुत किया था। 

वित्त मंत्री ने कहा कि यह बजट देश का ‘आत्मनिर्भरता’ की ओर बढ़ाया गया एक कदम है। सदन में बजट पर चर्चा के दौरान मंत्री ने यह भी कहा कि कोविड-19 महामारी की चुनौतियां सरकार को देश की प्रगति के लिए किए जा रहे कामों में पीछे नहीं कर सकती है। वित्त मंत्री ने कहा, ‘हम देश की आम जनता के लिए काम कर रहे हैं। हमने अर्थव्यवस्था को खोला और कई सुधार किए। भाजपा ने लगातार भारत, भारतीय व्यवसाय और अर्थव्यवस्था की मजबूती पर विश्वास किया। यह जनसंघ से लेकर अभी तक चल रहा है। भारतीय उद्यम जिस सम्मान का हकदार है  हमने वह दिया।’

वित्त मंत्री ने कहा, ‘2013-14 में राजस्व के तहत 1,16,931 करोड़ रुपये ,  पूंजी के तहत 86,741 करोड़ और 44,500 करोड़ रुपये पेंशन के तहत आवंटित किए गए थे। अब राजस्व के तहत 2,09,319 करोड़, पूंजी के तहत 1,13,734 करोड़ और पेंशन के तहत 1,33,825 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘सवाल था कि आपने खेती के बजट को 10 हजार करोड़ क्यों कम किया? आपको किसानों की चिंता नहीं है? इसे ठीक से नहीं समझा गया क्योंकि पीएम किसान सम्मान योजना के शुरू होने से लेकर 10.75 करोड़ किसानों के बैंक खातो में 1.15 लाख करोड़ ट्रांसफर किया गया। कांग्रेस क्यों पहले कृषि कानूनों का समर्थन करती थी और अब बदल गई। किसानों को इतना ज्ञान देने वाली कांग्रेस बहुत से राज्यों में चुनाव जीतने के लिए कहती थी कि हम कृषि लोन देंगे लेकिन मध्य प्रदेश में यह लागू नहीं हुआ। कांग्रेस ने वोट लिया और किसानों को गुमराह किया।’ 

संसद (Parliament) के बजट सत्र के पहले चरण का आज आखिरी दिन है।  आज लोकसभा (Lok sabha) में प्रश्नकाल नहीं हुआ। बता दें कि लोकसभा की कार्यवाही शाम 4 बजे के बजाए आज सुबह 10 बजे से शुरू हुई। दरअसल, कोविड-19 महामारी के कारण  बजट सत्र की शुरुआत के साथ लोकसभा की कार्यवाही 29 जनवरी और 1 फरवरी को छोड़कर शाम 4 बजे आयोजित की जा रही थी।  

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आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ