मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के चुनाव परिणाम आ चुके हैं। तीन राज्यों में भाजपा ने प्रचंड जीत हासिल की है। तेलंगाना में हार का सामना करना पड़ा है। इन सबके बीच सवाल है कि आखिर यूपी की क्षेत्रीय पार्टियों को कितनी सीटें मिलीं या इनका प्रदर्शन कैसा रहा।
चुनाव आयोग के शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी और कांग्रेस को छोड़कर किसी पार्टी का छत्तीसगढ़ में खाता नहीं खुला है। राज्य के विधानसभा चुनाव में BSP को 2.08 प्रतिशत और SP को 0.04 फीसदी वोट मिले हैं।
राजस्थान की बात करें तो यहां की 199 सीटों पर हुए चुनाव में से बसपा ने दो सीटों पर जीत हासिल की है। पार्टी को 1.82 फीसदी वोट मिले हैं। वहीं सपा को 0.01 फीसदी मत मिले हैं। सपा का खाता तक नहीं खुला है।
मध्य प्रदेश की 230 सीटों पर हुए चुनाव में बसपा को 3.31 और सपा को 0.46 फीसदी वोट मिले हैं। सपा-बसपा के खाते में एक भी सीट नहीं गई है। बता दें, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कई रैलियां की थीं, अपने प्रत्याशी उतारे थे।
मध्य प्रदेश में अखिलेश यादव ने 5 दिन में 13 रैलियां कीं। लेकिन एक भी सीट नहीं जीत सके। मायावती ने मध्य प्रदेश में 8, छत्तीसगढ़ में 8, राजस्थान में 8 और तेलंगाना में 2 रैलियां की थीं। इनमें राजस्थान में केवल दो सीट ही जीत सकीं
मध्यप्रदेश विधानसभा की 230 सीटों पर लगभग तस्वीर साफ हो गई है। भाजपा को दो तिहाई से ज्यादा बहुमत मिला है। अब तक BJP 122 सीट जीत चुकी है, 42 पर आगे है। यहां सपा, बसपा का खाता तक नहीं खुल पाया है। पिछली बार मप्र में 4 निर्दलीय समेत 2 बसपा और 1 सपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी।
मध्य प्रदेश में अखिलेश यादव ने ताबड़तोड़ 5 दिन के अंदर 13 रैलियां कीं। इसके बाद भी सपा को एक भी सीट नहीं मिली। जबकि अखिलेश ने दावा किया था कि उनकी गठबंधन वाली पार्टी ही यहां सरकार बना रही है।