पेरिस ओलंपिक के रजत पदक विजेता नीरज इस लीग के फाइनल में दूसरे स्थान के सिलसिले को तोड़ने के लिए उतरे थे। हालांकि, वह ऐसा नहीं कर सके और खिताब नहीं जीत पाए। वह दूसरे स्थान पर रहे।
भारतीय भाला फेंक स्टार नीज चोपड़ा का डायमंड लीग 2024 का खिताब जीतने का सपना अधूरा रह गया। शनिवार को ब्रुसेल्स में खेले गए फाइनल मुकाबले में वह 87.86 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वहीं, ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स ने 87.87 मीटर के थ्रो के साथ पहला स्थान हासिल किया और खिताब पर कब्जा जमाया। तीसरे स्थान पर जर्मनी के जूलियन वीबर रहे जिनका थ्रो 85.97 मीटर का रहा। पेरिस ओलंपिक के रजत पदक विजेता नीरज इस लीग के फाइनल में दूसरे स्थान के सिलसिले को तोड़ने के लिए उतरे थे। हालांकि, वह ऐसा नहीं कर सके और खिताब से चूक गए।
लगातार छह प्रयासों में कैसा रहा नीरज चोपड़ा का प्रदर्शन?
नीरज ने पहले प्रयास में 86.82 मीटर का थ्रो किया और दूसरे स्थान पर पहुंचे जबकि उनसे पहले ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स 87.87 के थ्रो के साथ शीर्ष पर पहुंच गए। दूसरे प्रयास में नीरज कुछ खास कमाल नहीं कर पाए। उन्होंने 83.49 मीटर का थ्रो किया और दूसरे स्थान पर बने रहे। वहीं, एंडरसन पीटर्स ने दूसरा थ्रो 86.96 का किया और पहले स्थान पर बरकरार रहे।
तीसरे प्रयास में नीरज ने अच्छी वापसी की और 87.86 का थ्रो किया। हालांकि, वह दूसरे स्थान पर ही रहे। दरअसल, ग्रेनेडा के पीटर्स ने पहला थ्रो 87.87 मीटर का किया था। वहीं, एंडरसन ने तीसरे प्रयास में 85.40 मीटर का थ्रो किया और पहले स्थान पर एक बार फिर बने रहे।
नीरज चोपड़ा चौथे प्रयास में कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। उन्होंने 82.04 मीटर का थ्रो किया और एक बार फिर उन्हें दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। वहीं, एंडरसन ने चौथे प्रयास में 85.85 का थ्रो किया और पहले स्थान पर रहे।
पांचवां प्रयास भी नीरज के लिए कुछ खास नहीं रहा। उन्होंने 83.30 मीटर का थ्रो किया और दूसरे स्थान पर बरकरार रहे। वहीं, एंडरसन ने पांचवां थ्रो 84.11 मीटर का फेंका और पहले स्थान पर बरकरार रहे।
छठे प्रयास में नीरज ने वापसी की। उन्होंने 86.46 मीटर का थ्रो किया लेकिन उनके स्थान में कोई बदलाव नहीं हुआ। वह दूसरे स्थान पर रहे। वहीं, एंडरसन ने आखिरी थ्रो 87.86 मीटर का किया और पहले स्थान पर बने रहे।
विजेता को कितने रुपये मिलेंगे?
डायमंड लीग सत्र का फाइनल जीतने वाले को डायमंड ट्रॉफी और 30,000 अमेरिकी डॉलर (करीब 25 लाख रुपये) का पुरस्कार मिलता है और विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के लिए वाइल्ड कार्ड भी दिया जाता है। उप-विजेता को 12,000 अमेरिकी डॉलर (करीब 10 लाख रुपये) मिलते हैं।
दूसरे स्थान के सिलसिले को तोड़ने से चूके
टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण के बाद पेरिस में रजत पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा डायमंड लीग के सत्र का समापन जीत के साथ करने का लक्ष्य लेकर उतरे थे। वह 14 अंक लेकर चौथे स्थान के साथ फाइनल में पहुंचे। हालांकि, यहां उन्हें दूसरे स्थान के साथ संतोष करना पड़ा। इससे पहले वह दोहा और लुसाने में दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं, पेरिस ओलंपिक में भी वह दूसरे स्थान पर रहे थे।
लुसाने में दूसरे स्थान पर रहे
इससे पहले उन्होंने लुसाने डायमंड लीग में भाग लिया था। इसमें वह दूसरे स्थान पर रहे थे। नीरज लुसाने में अपनी लय में नहीं दिखे और लगातार एंडरसन पीटर्स से पीछे रहे। इस बार भी उन्हें ग्रेनेडा के ही खिलाड़ी ने मात दी। लुसाने में नीरज शुरुआती चार प्रयास में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके थे और चौथे स्थान पर चल रहे थे, लेकिन पांचवें प्रयास में उन्होंने दम दिखाया और शीर्ष तीन में जगह बनाई। हालांकि, अंतिम प्रयास में नीरज ने सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 89.49 मीटर का श्रेष्ठ थ्रो किया और वह दूसरे स्थान पर रहे और डायमंड लीग के फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया था। यहां शनिवार को ब्रुसेल्स में खेले गए फाइनल में उन्हें दूसरे स्थान के साथ संतोष करना पड़ा।
2022 में जीता था खिताब
नीरज चोपड़ा पहले भी डायमंड लीग में भारत का झंडा गाड़ चुके हैं। उन्होंने 2022 में 88.44 मीटर के थ्रो के साथ फाइनल जीता था। इसी के साथ वह डायमंड लीग का फाइनल जीतने वाले पहले भारतीय बने। वहीं, 2023 में वह दूसरे स्थान पर रहे थे। इस बार 2024 में भी उन्हें दूसरे स्थान के साथ संतोष करना पड़ा।