नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश के कई राज्यों में प्रदर्शन हो रहा है। कई जगहों पर यह प्रदर्शन हिंसक को चुका है। राज्य सरकारें और केंद्र लगातार इन प्रदर्शनों पर अपनी नजर रखे हुए है। एहतियातन कई जगहों पर मोबाइल इंटरनेट को बंद कर दिया गया है। यह इसलिए किया गया है जिससे मोबाइल के जरिए किसी तरह के भड़काऊ बयानबाजी या झूठी खबरें न फैलाई जा सकें। इटरनेट बंद होने से कुछ लोगों को परेशानी तो जरूर हो रही है लेकिन सच्चाई ये है कि यह जरूरी भी है।
आपको यहां पर बता दें कि जिस तरह का माहौल देश के विभिन्न इलाकों में बन रहा है, उसके पीछे कहीं न कहीं इंटरनेट ही है। यहां पर आपको ये भी बता दें कि ऐसे में आपको अपने सामाजिक दायित्वों के निर्वाहन के सतर्क रहने की जरूरत है।
बरतें ये एहतियात
- अपने मोबाइल पर आने वाले ऐसे मैसेज जिनमें धरना प्रदर्शनों में शामिल होने की अपील की जा रही हो, उन्हें नजरअंदाज करें और मोबाइल से डिलीट कर दें।
- विरोध प्रदर्शनों को लेकर किसी भी तरह का मैसेज फॉरवर्ड न करें।
- ऐसे किसी भी वीडियो को आगे फॉरवर्ड न करें जिससे लोगों को भड़कने और हिंसा करने का मौका मिल जाए। ऐसे सभी मैसेज और वीडियो मैसेज को लेकर पुलिस से शिकायत जरूर करें।
- आपको बता दें कि इस तरह के माहौल में कई तरह की फेक न्यूज फैलाकर आपराधिक तत्व अपने निजी हितों को साधने का काम करते हैं। लिहाजा पूरी तरह से सतर्क रहें।
- भारत के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते ये आपका दायित्व है कि विरोध-प्रदर्शनों में शामिल होने जा रहे लोगों को समझाएं और ऐसा करने से रोंके।
- आपके लिए जरूरी है कि एहतियातन किसी भी भीड़ का हिस्सा न बनें।
- सोशल मीडिया को लेकर सबसे अधिक सावधान होने की जरूरत है। किसी भी तरह से विरोध प्रदर्शनों को लेकर बेवजह के पोस्ट न करें। ऐसा कोई पोस्ट आम आदमी को इससे बचाव के लिए किया जाए।
- सोशल मीडिया का इस्तेमाल आप इस कानून की सही बातों को बताने और लोगो के कानून को लेकर असमंजस को दूर करने के लिए कर सकते हैं।