पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरयम नवाज पर टिप्पणी करना इमरान खान को भारी पड़ गया। मुल्तान में एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान ने मर्यादा की सारी हदें पार कर दीं। मरयम की एक रैली का जिक्र करते हुए खान ने कहा कि ‘सरगोधा रैली में मरयम ने जिस जज्बे और जूनून से मेरा नाम लिया, उसके लिए मैं उनसे कहना चाहूंगा कि मरयम थोड़ा सावधान रहें आप जिस तरह से मेरा नाम ले रही हैं, इससे आपके पति परेशान हो सकते हैं’।
पाकिस्तान में अब उनके इस बयान की खूब आलोचना हो रही है। वहीं इनके चाचा और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ट्विटर पर कहा कि देश की बेटी मरयम के खिलाफ अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल पर पूरे देश को निंदा करनी चाहिए, खासकर महिलाओं को। उधर, पीएमएल-एन के पूर्व राष्ट्रपति ने खान के बयान की कड़ी निंदा की है। इसके अलावा पीपीपी के सह-अध्यक्ष ने कहा कि राजनीति के नाम पर कृपया इतना नीचे मत गिरो। वहीं पाकिस्तानी मानवाधिकार आयोग ने इमरान को फटकार लगाते हुए कहा कि उन्हें न सिर्फ मरयम से बल्कि समाज की हर महिला से माफी मांगनी चाहिए।
इमरान खान की पूर्व पत्नी और पत्रकार रेहम खान ने ट्विटर पर लिखा कि मुझे बेहद शर्म आ रही है कि मैं कभी इतने बुरे आदमी के साथ जुड़ी थी। उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की विनम्रता की तारीफ की और ’70 साल के व्यक्ति की अभद्रता’ की निंदा की। रेहम खान ने कहा कि वह न अपने घर की महिलाओं की इज्जत करते हैं और न ही दूसरों के घर की। पाकिस्तानी पत्रकार आदिल शाहजेब ने लिखा कि एक महिला राजनेता के लिए इस तरह के शब्द बोलना इमरान खान के लिए ‘शर्म की बात’ है।