अल कादिर ट्रस्ट घोटाले में गिरफ्तार पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 8 दिन के लिए नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) की रिमांड पर भेज दिया गया है। इमरान समर्थकों की सुरक्षा बलों से हिंसक झड़पों में 8 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस्लामाबाद, पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में फौज तैनात कर दी गई है। चांग इलाके में मौजूद न्यूक्लियर फेसिलिटी पर कमांडो तैनात हैं। हिंसा पर फौज ने पहला ऑफिशियल रिएक्शन दिया। कहा- ये हमारे खिलाफ साजिश है। माकूल जवाब देंगे।
PM शाहबाज शरीफ ने बुधवार रात को टीवी पर मुल्क को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इमरान और PTI ने देश को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। दुश्मनों की तरह सैन्य ठिकानों पर हमले किए। ऐसा 75 सालों में कभी नहीं हुआ। शाहबाज ने चेतावनी दी कि उपद्रवी कानून का पालन करें वरना उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बुधवार को NAB के टेम्परेरी कोर्ट में इमरान की पेशी हुई। जांच एजेंसी ने 14 दिन का रिमांड मांगा, कोर्ट ने 8 दिन का दिया। NAB ने खान की पत्नी बुशरा के लिए भी गिरफ्तारी वारंट मांगा, कोर्ट ने मंजूरी नहीं दी।
हिंसा और अपने अफसरों के घर पर हमले को लेकर फौज ने कहा- हमले प्लान्ड और साजिश के तहत हो रहे हैं। फौज को गद्दार बताया जा रहा है। हमने गुनहगारों की पहचान कर ली है। अब उन्हें माकूल जवाब दिया जाएगा। ये जरूरी है, क्योंकि कुछ लोग सिविल वॉर चाहते हैं।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, इमरान खान के समर्थकों ने बुधवार को PM शाहबाज शरीफ के लाहौर स्थित घर पर हमला किया। 500 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों ने शरीफ के घर के बाहर खड़े वाहनों को आग लगा दी। घर पर पेट्रोल बम भी फेंके। बाद में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी वहां पहुंचे तो प्रदर्शनकारी भाग गए। हालांकि, पाकिस्तान सरकार ने इस हमले की पुष्टि नहीं की है।
इस्लामाबाद में रेड अलर्ट है। फॉरेन एम्बेसीज के स्टाफ को बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। मुल्क में इंटरनेट बंद है। स्कूल-कॉलेज दो दिन के लिए बंद कर दिए गए हैं। खान पर सरकारी खजाने (तोशाखाना) के तोहफे बेचने के मामले में भी आरोप तय कर दिए गए हैं। दोषी साबित हुए तो ताउम्र चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।
सरकार के मुताबिक खान जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने लैंड माफिया मलिक रियाज को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाया। लंदन में उसके 40 अरब जब्त कराए। बाद में ये पैसा ब्रिटेन सरकार ने पाकिस्तान को सौंप दिया। इमरान ने यह जानकारी कैबिनेट को भी नहीं दी।
इसके बाद इमरान ने अल कादिर ट्रस्ट बनाया। इसने अल कादिर मजहबी तालीम देने के लिए अल कादिर यूनिवर्सिटी बनाई। इसके लिए अरबों रुपए की जमीन मलिक रियाज ने दी। बुशरा बीबी को डायमंड रिंग भी गिफ्ट की। बदले में रियाज के तमाम केस खत्म कर दिए गए। उसे करोड़ों रुपए के सरकारी ठेके भी मिले।
होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा- 60 अरब रुपए की चपत सरकारी खजाने को लगी। 13 महीने में एक बार भी इमरान या बुशरा पूछताछ के लिए नहीं आए। 4 साल बाद भी इस यूनिवर्सिटी में 32 स्टूडेंट्स ही हैं।