आज इमरान हाशमी का 45वां बर्थडे है। इमरान 21 साल से फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव हैं। पिछले साल वो सलमान खान की फिल्म टाइगर 3 में दिखे थे। आने वाले दिनों में वो फिल्म OG से साउथ सिनेमा में डेब्यू करने वाले हैं।
इमरान के पिछले 10 साल के करियर पर नजर डालें, तो उनकी सिर्फ 13 फिल्में रिलीज हुई हैं। इनमें से सिर्फ एक फिल्म टाइगर 3 हिट रही और दूसरी फिल्म बादशाहो बॉक्स ऑफिस पर अपनी लागत निकालने में कामयाब रही। बाकी फिल्मों का हाल बेहद खराब रहा।
इमरान हीरो नहीं बनना चाहते थे, लेकिन मुकेश भट्ट उन्हें फिल्मों में लाए। पहली ही फिल्म में उनकी एक्टिंग इतनी खराब थी कि चंद सीन्स की शूटिंग के बाद उन्हें निकाल दिया गया। वहीं, कम हाइट होने की वजह से बिपाशा बसु ने इमरान के साथ काम से इनकार कर दिया था।
पिछले 10 साल में इमरान हाशमी की 13 फिल्में रिलीज हुई हैं। सिर्फ 2018 और 2022 में उनकी कोई भी फिल्म रिलीज नहीं हुई है। इनमें से लगभग सभी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरीं। एक मात्र 2023 की फिल्म टाइगर 3 ही हिट रही। 300 करोड़ में बनी इस फिल्म ने दुनियाभर में 466.63 करोड़ की कमाई की थी। यह अब तक इमरान की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म है।
दूसरी 2017 की फिल्म बादशाहो ने बॉक्स ऑफिस पर एवरेज कमाई की। 90 करोड़ में बनी फिल्म ने 125.44 करोड़ की कमाई की थी।
इमरान की झोली में तेलुगु फिल्म OG और G2 है। फिल्म OG एक एक्शन ड्रामा फिल्म है, जिसका डायरेक्शन सुजीथ रेड्डी कर रहे हैं। फिल्म में पवन कल्याण और इमरान हाशमी लीड रोल में हैं। 200 करोड़ में बनी यह फिल्म 27 सितंबर 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
दूसरी तरफ, फिल्म G2 में इमरान हाशमी नजर आएंगे। इस स्पाई एक्शन थ्रिलर फिल्म में उनके साथ अदिवि शेष भी देखे जाएंगे। यह 2018 की फिल्म गुडाचारी की सीक्वल है। हालांकि बजट और रिलीज डेट के बारे में कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है।
इमरान हाशमी का जन्म 24 मार्च 1979 को मुंबई में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। इमरान के पिता अनवर एअर इंडिया के कार्गो डिवीजन में काम करते थे और मां मेहारा हाशमी भी एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करती थीं। इमरान के परिवार का शुरुआत से ही ताल्लुक एक फिल्मी बैकग्राउंड से था। पिता सैयद अनवर ने फिल्म बहारों की मंजिल (1968) में एक्टिंग की थी।
वहीं, दादा सैयद शौकत हाशमी भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान चले गए, जहां उन्होंने बतौर पत्रकार और फिल्म डायरेक्टर काम किया था। जबकि उनकी दादी मेहरबानो मोहम्मद अली भी एक्ट्रेस थीं, जो भारत में ही रहीं। फिल्मी पर्दे पर उन्हें पूर्णिमा नाम से जाना जाता था। सैयद शौकत के पाकिस्तान जाने के बाद मेहरबानो ने डायरेक्टर-प्रोड्यूसर भगवान दास वर्मा से शादी कर ली और इस तरह से वे इमरान हाशमी के सौतेले दादा बन गए।
इमरान हाशमी का भट्ट परिवार से भी रिश्ता है। इमरान की दादी मेहरबानो और महेश भट्ट की मां शिरीन मोहम्मद अली सगी बहने थीं। इस तरह इमरान, महेश भट्ट के भांजे और पूजा, आलिया और शाहिन भट्ट के कजिन लगते हैं।
इमरान ने शुरुआती पढ़ाई मानेकजी कूपर एजुकेशन ट्रस्ट स्कूल से की थी। बाद में, उन्होंने मुंबई के सिडेनहैम कॉलेज में पढ़ाई की। फिर उन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पूरा किया।
इमरान का मन पढ़ाई में बहुत नहीं लगता था। कई इंटरव्यूज में भी उन्होंने इस बात का जिक्र किया है कि वो कॉलेज में हर वक्त दोस्तों के साथ मस्ती करते रहते थे। उनकी यह हरकत घरवालों को बहुत परेशान करती थी। आए दिन उन्हें इस बात पर डांट भी पड़ती थी।
फिल्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखने के बाद भी इमरान कभी एक्टर नहीं बनना चाहते थे। उन्होंने ग्राफिक्स डिजाइनर बनने का ख्वाब देखा था। इसके लिए उन्होंने स्पेशल इफेक्ट का कोर्स भी किया था।इमरान डांस में बिल्कुल कच्चे थे इसलिए परिवार वाले चाहते थे कि वो डांस के कुछ स्टेप सीख जाएं। इसी कारण उनका दाखिला श्यामक डावर डांस क्लास में कराया गया। श्यामक डावर हर साल गर्मियों में समर कैंप का आयोजन करते थे, लेकिन यहां पर भी इमरान दोस्तों के साथ दिन भर मटरगश्ती करते थे। यहां वो सिर्फ लड़कियों से मिलने जाते थे।
यही वजह रही कि अगले समर कैंप में इमरान का प्रमोशन नहीं हुआ और वो प्राइमरी स्टेज पर ही रह गए। एक दिन उनका सामना श्यामक डावर से हुआ। उन्होंने इमरान से सवाल किया- तुम अभी भी प्राइमरी स्टेज वाले समर कैंप का हिस्सा क्यों हो?
इमरान इस सवाल का जवाब दे नहीं पाए। यह लापरवाही देख श्यामक डावर ने उन्हें डांस क्लास से निकाल दिया। यह बात इमरान ने टीवी शो आप की अदालत में खुद कबूली थी।
इमरान अक्सर घर के पास एक नुक्कड़ पर दोस्तों के साथ बैठते थे। उन दिनों महेश भट्ट के भाई मुकेश भट्ट विशेष फिल्म्स प्रोडक्शन हाउस का पूरा लेखा-जोखा देखते थे। वो अक्सर इमरान की दादी से मिलने घर जाया करते थे। वो कई दिनों से इमरान को दोस्तों के साथ नुक्कड़ पर तफरी करते देख रहे थे। एक दिन उन्हें यह बर्दाश्त नहीं हुआ। वो इमरान की दादी के पास गए और कहा- ये नुक्कड़ पर क्या करता रहता है? इसे मेरे पास भेजिए।
इमरान की दादी फिल्मी इंडस्ट्री के सभी मानदंड को जानती थीं। उनका मानना था कि इमरान के अंदर हीरो बनने का एक भी गुण नहीं है। इसके बावजूद उन्होंने मुकेश भट्ट के कहने पर इमरान को उनके पास भेज दिया। पहले तो मुकेश ने उन्हें खूब डांट लगाई। फिर उन्होंने फिल्म राज में इमरान को असिस्टेंट डायरेक्टर के काम पर लगा दिया। इसके बाद इमरान ने एक्टिंग क्लास भी लेनी शुरू कर दी।
एक्टिंग कोर्स खत्म होने से पहले इमरान को विशेष फिल्म्स प्रोडक्शन हाउस की फिल्म ‘ये जिंदगी का सफर’ ऑफर हुई। इस फिल्म में इमरान ने कुछ दिन तक काम किया, लेकिन बुरी एक्टिंग और खराब एटीट्यूड की वजह से उन्हें बाहर निकाल दिया गया। बाद में उनकी जगह जिमी शेरगिल को कास्ट किया गया।
इस पूरी घटना से इमरान का इगो हर्ट हुआ और उन्होंने ठान लिया कि वो एक दिन टॉप एक्टर बनकर दिखाएंगे। फिर उन्होंने अपना पूरा ध्यान सिर्फ फिल्मों पर लगाया। एक्टिंग को करीब से जानने के लिए वो रोज सेट पर जाने लगे। उन्होंने अपने बिहेवियर में भी बहुत बदलाव किया, जिसे देखने के बाद महेश और मुकेश भट्ट ने उन्हें फिल्म फुटपाथ दे दी। इस फिल्म में उन्होंने लीड रोल प्ले किया था।
किस्सा यह भी कि इस फिल्म के पहले सीन पर इमरान बहुत नर्वस थे। नतीजतन उन्होंने पहला सीन ही 40 रीटेक के बाद दिया था। फिल्म फुटपाथ ने बॉक्स ऑफिस पर एवरेज कमाई की थी।
मर्डर के बाद इमरान को तुमसा नहीं देखा, जहर, आशिक बनाया आपने, चॉकलेट और कलयुग जैसी फिल्मों में देखा गया था। इसके बाद वो 2006 की फिल्म जवानी दीवानी की शूटिंग के लिए मॉरीशस गए थे। वहां पर उनके दोस्त को एक टी शर्ट मिली, जिस पर सीरियल किसर लिखा था।
इमरान ने दोस्त से उस टी शर्ट को मांगा, लेकिन दोस्त ने देने से इनकार कर दिया। तब इमरान ने उसे चुरा लिया और उसी टी शर्ट में फिल्म के एक गाने की शूटिंग की। टी शर्ट पर सीरियल किसर लिखा था, जिसे देखने के बाद लोगों ने उन्हें सीरियल किसर का टैग दे दिया। यह बातें उन्होंने खुद आप की अदालत में कही थीं।
इस बारे में इमरान ने हाल में भास्कर से बात की थी। उन्होंने कहा, ‘सीरियल किसर वाली इमेज पहले थी, अब नहीं है। मेरी इमेज को मार्केटिंग के जरिए ऐसा बना दिया गया था। मैं इसे गलत भी नहीं मानता, क्योंकि इससे मेरी फिल्मों को फायदा पहुंच रहा था।
दिक्कत तब शुरू हुई जब मैंने आवारापन जैसी फिल्में करनी शुरू कीं। यह मेरी अब तक की बेस्ट फिल्म है। लोग इसे आज भी काफी पसंद करते हैं। हालांकि उस वक्त यह फिल्म नहीं चल पाई। कारण यही था कि लोग मुझे उस रोल में एक्सेप्ट ही नहीं कर पाए। शायद वहां मेरी सीरियल किसर वाली इमेज ने फिल्म को नुकसान पहुंचा दिया।
मैंने समय के साथ अपने आप को बदलना चाहा तो लोगों ने कहा कि हमें पुराना इमरान हाशमी दोबारा चाहिए। हालांकि अब मुझे अलग-अलग किरदार निभाने हैं। मैं पुराने ढर्रे पर दोबारा नहीं आ सकता।’
2008 की फिल्म जन्नत को पाकिस्तान में भी रिलीज किया गया था, जिसके ज्यादातर शोज हाउसफुल थे। फिल्म देखने वालों में होड़ ऐसी थी कि पाकिस्तान के एक थिएटर के बाहर टिकट के लिए भगदड़ मच गई थी। 10 करोड़ में बनी फिल्म ने 41 करोड़ का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था। इमरान हाशमी के प्रपोजल सीन को इतनी पॉपुलैरिटी मिली कि लोग आज भी इसे फॉलो करते हैं।
2011 की फिल्म मर्डर 2 में भी पहले इमरान हाशमी को कास्ट किया गया था। मेकर्स ने उनके अपोजिट पहले बिपाशा बसु को कास्ट करने का प्लान बनाया था, लेकिन बिपाशा ने इस प्रपोजल को ठुकरा दिया था। उनका कहना था कि कम हाइट वाले एक्टर के साथ वो स्क्रीन पर रोमाटिंग सीन नहीं करना चाहेंगी।
इस बात से इमरान को बहुत ठेस पहुंची थी। फिर उन्हीं के कहने पर मेकर्स ने जैकलीन फर्नांडिज को कास्ट किया था। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई थी।
हालांकि कुछ समय बाद इमरान के बढ़ते स्टारडम को देख बिपाशा उनके साथ फिल्म राज 3 में काम करने के लिए राजी हो गई थीं।
कॉफी विद करण चैट शो में इमरान हाशमी से सवाल किया गया था कि कौन सी एक्ट्रेस प्लास्टिक जैसे दिखती है। इसके जवाब में इमरान ने ऐश्वर्या राय का नाम लिया था। कुछ समय बाद इस इन्सीडेंट पर सवाल किए जाने पर ऐश्वर्या ने इसे भद्दा कमेंट बताया था। जब ऐश्वर्या को 2017 की फिल्म बादशाहो में रोल ऑफर हुआ तो उन्होंने इमरान के साथ काम करने से साफ इनकार कर दिया था।