पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर हिंदुस्तान की जमकर तारीफ की है। इमरान ने कहा कि हिंदुस्तान एक खुद्दार देश है। उसके खिलाफ साजिश की किसी की जुर्रत नहीं है। हिंदुस्तान की विदेश नीति स्वतंत्र है और कोई भी बाहरी ताकत उसे हुक्म नहीं दे सकती है कि उसे क्या करना है और क्या नहीं। इमरान ने कहा कि उन्हें आयातित सरकार स्वीकार नहीं है और रविवार की शाम लोगों से सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने को भी कहा
विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इमरान खान शुक्रवार को भारतीय समय के अनुसार रात 10:05 बजे पाकिस्तान की जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उनकी गलती क्या थी। उनकी सरकार के खिलाफ ‘विदेशी साजिश’ की गई। सुप्रीम कोर्ट ने वह बात नहीं सुनी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से उन्हें मायूसी हुई है, लेकिन वह उसे स्वीकार करते हैं।
इमरान ने कहा कि पाकिस्तान को कोई दूसरा देश हुक्म देता है। यह 22 करोड़ पाकिस्तानियों की तौहीन है। पाकिस्तान के साथ ही हिंदुस्तान भी आजाद हुआ था। लेकिन आज दोनों देशों की स्थिति क्या है सभी जानते हैं। हिंदुस्तान का नाम लेते हुए इमरान भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान एक खुद्दार देश है। किसी सुपर पावर की जुर्रत नहीं है कि वो हिंदुस्तान में ऐसी बात करे। दुनिया की कोई भी ताकत हिंदुस्तान से नहीं कह सकती है कि उसकी विदेश नीति कैसी होनी चाहिए।
इमरान ने कहा कि रूस के खिलाफ तमाम प्रतिबंध लगे हैं लेकिन हिंदुस्तान कहता है कि हम तो रूस से तेल आयात करेंगे क्योंकि हमारे लोगों की इसी में बेहतरी है। यूरोपीय यूनियन के अंबेसडर ने प्रोटोकाल के खिलाफ बयान दिया कि पाकिस्तान को रूस के खिलाफ बयान देना चाहिए, क्या हिंदुस्तान से उन्हें ऐसा कहने की हिम्मत है। इमरान ने कहा कि हिंदुस्तान समेत किसी भी देश से उनकी कोई दुश्मनी नहीं है
इमरान ने कहा, ‘मैं किसी की कठपुतली नहीं बन सकता। उनसे कहा गया कि उन्हें रूस नहीं जाना चाहिए था। रूस जाने पर पाकिस्तान को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी गई। अब पता चला है कि अमेरिका ने उनकी सरकार के खिलाफ चार महीने पहले ही साजिश शुरू कर दी। उन्होंने पाकिस्तानियों से पूछा कि क्या हम दूसरों का आदेश मानने, उनकी गुलामी करने के लिए हम आजाद हुए थ
इमरान ने कहा कि खुलेआम सांसदों की खरीद फरोख्त हो रही है। सांसद अपना जमीर बेच रहे हैं। बनाना रिपब्लिक में भी ऐसा नहीं होता। उन्हें उम्मीद थी कि सुप्रीम कोर्ट इस पर स्वत:संज्ञान लेगा, लेकिन ऐसा नहीं है। अब जनता को फैसला करना है कि वह कैसा पाकिस्तान चाहते हैं। इस गंदगी के खिलाफ आम लोगों को ही उठ खड़ा होगा होगा, क्योंकि यह उनके बच्चों के भविष्य का सवाल है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर शनिवार को मतदान कराया जाएगा। शीर्ष अदालत ने गुरुवार को सुनाए अपने फैसले में अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के डिप्टी स्पीकर के आदेश को रद कर दिया था। इस बीच, विपक्ष नेशनल असेंबली ने डिप्टी स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करेगा
गौरतलब है कि पाकिस्तान सरकार ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के पीछे ‘विदेशी साजिश’ की जांच के लिए सेना के एक सेवानिवृत्त अधिकारी की अध्यक्षता में आयोग का गठन किया है।
फवाद चौधरी ने यह भी कहा कि सरकार शनिवार को नेशनल असेंबली में उस धमकी वाले पत्र के तथ्यों को रखेगी, जिसमें कथित रूप से प्रधानमंत्री खान को हटाने के लिए रची गई एक विदेशी साजिश के सुबूत हैं। चौधरी ने कहा कि सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल तारीक खान आयोग के अध्यक्ष होंगे। आयोग यह पता लगाएगा कि यह साजिश कहां रची गई और सरकार को गिराने की इस साजिश में स्थानीय स्तर पर कौन-कौन शामिल था।