जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव को बिहारी कहलाने पर शर्म महसूस होती है। उन्होंने अपने समर्थकों से यहां तक कह दिया कि अगर उनकी मौत हो जाए तो उनका अंतिम संस्कार भी बिहार की धरती पर न किया जाए। इस दौरान पप्पू ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी हमला किया।
राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, मैं कौन-से पागल देश और बिहार में पैदा हो गया, जहां बोलने की आजादी छीन ली जाए। मुझे बिहारी कहलाने में शर्म महसूस होती है। अगर मेरी मौत हुई तो मुझे बिहार की धरती पर मत जलाना।
उन्होंने दुख जताते हुए कहा, जामिया मिलिया इस्लामिया, जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में हुए हमले के बाद देश के कई हिस्सों में छात्रों ने प्रदर्शन किया, लेकिन बिहार में बड़े पैमाने पर छात्र आंदोलन की खबर नहीं आई। पप्पू ने कहा, जेएनयू पर हमला हुआ तो सभी विश्वविद्यालय सडक़ पर थे, यहां तक कि आंध्र प्रदेश में प्रदर्शन हो रहा था, लेकिन बिहार में नहीं हुआ, इसलिए मुझे बिहारी कहलाने पर शर्म आती है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए पप्पू ने कहा, वह (योगी आदित्यनाथ) आंदोलन कर रहे लोगों से बदला लेने की बात करते हैं। वह कहते हैं कि बदला लेंगे, क्या इन्हीं को बदला लेने आता है। आप शेर हो, तो सवाशेर भी हैं। मुसोलनी, हिटलर का इतिहास मिट गया तो तुम क्या चीज हो।