हिजबुल्लाह ने गलती की तो ऐसी कीमत चुकाएगा : नेतन्याहू

इजराइल-हमास की जंग का आज 29वां दिन है। शुक्रवार को लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के सरगना हसन नसरल्लाह ने इजराइल और अमेरिका को तबाही की सीधी धमकी दी।
कुछ देर बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने टीवी पर देश को संबोधित किया और इस धमकी का जवाब दिया। कहा- हमारे दुश्मन और हिजबुल्लाह बहुत अच्छे से समझ ले कि अगर उसने कोई हिमाकत की तो इसकी उसे वो कीमत चुकाना होगी जिसके वो कल्पना भी नहीं कर सकता।
नेतन्याहू ने अमेरिका की उस मांग को ठुकरा दिया, जिसमें उसने सीजफायर की अपील की थी। नेतन्याहू ने कहा- US के फॉरेन मिनिस्टर से मेरी बात हुई है। मैंने उन्हें बता दिया है कि जब तक तमाम बंधक रिहा नहीं किए जाते, हम सीजफायर के बारे में सोच भी नहीं सकते।
अमेरिका, UN और कई देश इजराइल से मांग कर रहे हैं कि वो गाजा में फ्यूल भेजने की मंजूरी दे, लेकिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया कि इजराइल का ऐसा कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा- हम गाजा में फ्यूल नहीं जाने देंगे। इस बार इजराइल पूरी जीत हासिल करेगा और इसे पीढ़ियों तक याद रखा जाएगा।
नेतन्याहू ने आगे कहा- दुश्मन हमारे देश को तबाह करना चाहते हैं। वो हार जाएंगे। इस बार रुकने का हमारा इरादा ही नहीं है। इसका मतलब ये है कि हमास और बाकी दुश्मनों को हमेशा के लिए खत्म किया जाएगा। हमारे नागरिकों और सैनिकों ने जो कुर्बानी दी है, उसका हिसाब दुश्मन को देना ही होगा।
UN ने कहा- फिलिस्तीन और गाजा की मदद के लिए हमें फौरन 1.2 अरब डॉलर की जरूरत है। लाखों लोग बेघर और भूखे हैं। रिहाइश की जगह खत्म हो चुकी हैं।
जंग के बीच UN का एक अहम बयान सामने आया और ये साबित करता है कि वो कितना मजबूर होता जा रहा है। UN ने कहा- फिलिस्तीन और गाजा की मदद के लिए हमें फौरन 1.2 अरब डॉलर की जरूरत है। हमने कुछ हफ्ते पहले जो मांग की थी, ये उससे कई गुना ज्यादा है। लेकिन, हमें इसकी जरूरत है, क्योंकि गाजा और वेस्ट बैंक में हालात काबू से बाहर हो गए हैं।
UN के प्रवक्ता जेन्स लारके ने कह- लाखों लोग बेघर और भूखे हैं। रिहाइश की जगह खत्म हो चुकी हैं। हर दिन हालात ऐसे बन रहे हैं कि आप सोच भी नहीं सकते। मानवता के नाते हमें लोगों की मदद करनी ही होगी।
गाजा सिटी के अल शिफा हॉस्पिटल के करीब शुक्रवार देर रात एंबुलेंस के एक काफिले पर हमला हुआ। ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ के मुताबिक- अब तक यह साफ नहीं है कि कुल कितनी गाड़ियां इस काफिले में थीं और उन्हें क्यों निशाना बनाया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक- इस हमले में कई लोग मारे गए हैं। न्यूज एजेंसी एएफपी ने कहा- सड़क पर कई शव देखे गए हैं। इनमें महिलाओं और बच्चो के शव भी शामिल हैं। हमास ने दावा किया कि यह हमला इजराइल ने किया है। इजराइल की सेना ने इस पर कोई रिएक्शन नहीं दिया है।
इजराइल-हमास जंग शुरू होने के बाद लेबनान में हिजबुल्लाह लीडर हसन नसरल्लाह ने शुक्रवार को पहली बार लोगों को संबोधित किया। कहा- अमेरिका और इजराइल जैसी ताकतें कभी हमें दबा नहीं सकतीं। हमास के 7 अक्टूबर के हमले ने इजराइल को दहला दिया। वो इसे हमेशा याद रखेगा।
नसरल्लाह ने कहा- शहीद होने वाले लड़ाकों, बच्चों, पुरुष और महिलाओं को बधाई। वो इस जहान को छोड़कर ऊपर वाले के पास पहुंच गए हैं, और वहां किसी अमेरिका की सल्तनत नहीं है। गाजा में इजराइल के हाथों मरने वालों को जन्नत नसीब हुई है। वो उस जगह पर हैं जहां कोई इजराइली ऑपरेशन नहीं चल रहा है।
उसने कहा- इजराइल और पश्चिमी देशों में मौजूद उसके समर्थकों को ‘बड़ा झटका’ देने की जरूरत है, ताकि वो हिल जाएं। यह झटका इतना बड़ा होना चाहिए कि कब्जा करने वाले यहूदियों के वॉशिंगटन और लंदन में मौजूद समर्थकों को झकझोरा जा सके।
इजराइल-हमास जंग के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन शुक्रवार को तीसरी बार तेल अवीव पहुंचे। यहां उन्होंने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। BBC के मुताबिक, इस दौरान फिलिस्तिीनियों की सुरक्षा पर चर्चा हुई।
अमेरिका और इजराइल सीजफायर के लिए राजी नहीं है। उनका मानना है कि सीजफायर से हमास को हमास पुनः संगठित होने और हथियार जमा करने का समय मिल जाएगा। हालांकि अब अमेरिका मानवीय लिहाजे से जंग को रोकने पर चर्चा कर रहा है।
इजराइली सेना ने दावा किया है कि उसने गाजा शहर को चारों तरफ से घेर लिया है और अब हमास के लड़ाकों से सीधी लड़ाई हो रही है। IDF के प्रवक्ता ने कहा- हमारे सैनिक हथियारों और एयरक्राफ्ट्स के जरिए हमास की कमांड सेंटर, लॉन्चिंग पोजिशन, सुरंगों और दूसरे ठिकानों पर हमला कर रहे हैं।
IDF ने कहा- हम हमास को खत्म करने की जंग में हैं। इस समय सीजफायर पर विचार भी नहीं किया जा रहा है।गुरुवार को इजराइली सेना ने करीब 150 हमास लड़ाकों को मार गिराया। हमास से लड़ाई में IDF के करीब 23 सैनिकों ने अपनी जान गंवा दी।
इजराइली PM नेतन्याहू ने कहा- हम गाजा शहर में पहले ही घुस चुके हैं। अब हमें कोई नहीं रोक सकता। हमारी पूरी कोशिश है कि जंग में फिलिस्तीनियों की मौत न हो, लेकिन हमास के लड़ाके उनके बीच में घुसे हुए हैं। उनके घरों के नीचे सुरंगे बना रखी हैं। ऐसे में कुछ जगहों पर फिलिस्तीनियों के होने के बावजूद हमले करना जरूरी हो गया है।
इस बीच हमास की मिलिट्री विंग अल-कासिम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबु ओबैदा ने कहा है कि इजराइल के जो सैनिक गाजा पर हमला कर रहे हैं, उन्हें मारकर काले बैग में वापस भेजा जाएगा। गाजा इजराइल के इतिहास का श्राप बनेगा।
दूसरी तरफ, लेबनान के हिजबुल्लाह आतंकी संगठन ने बताया कि उन्होंने गुरुवार को इजराइल की 19 पोजिशन पर हमले किए। इसके जवाब में इजराइली सेना ने बताया कि उन्होंने हमास के ठिकानों पर वॉरप्लेन और हेलिकॉप्टर्स से अटैक किया है। हिजबुल्लाह लीडर हसन नसरल्लाह आज पहली बार जंग पर बात करेंगे। अमेरिकी ड्रोन बंधकों को ढूंढने के लिए गाजा शहर के ऊपर उड़ रहे हैं। दूसरी तरफ गुरुवार को इजराइल की डिफेंस फोर्सेस ने कहा था कि वो गाजा के अस्पतालों तक फ्यूल पहुंचने देगी, लेकिन बाद में PM नेतन्याहू ने ऑफिस ने इस बात को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसा कोई फैसला नहीं हुआ है।
दरअसल, इजराइल डिफेंस फोर्स के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हेर्जी हालेवी ने कहा था- हम गाजा के अस्पतालों को फ्यूल देंगे। गाजा के हालात की हर दिन समीक्षा की जा रही है। एक हफ्ते से वो कह रहे हैं कि गाजा के अस्पतालों में ईंधन नहीं है। फ्यूल भेजने की तैयारी की जा रही है। इस बात को तय किया जा जाएगा कि इस फ्यूल को हमास अपने नापाक इरादे पूरा करने के लिए इस्तेमाल न कर सके। इजराइली नागरिकों ने गुरुवार को वेस्ट बैंक के दीर शर्फ में रहने वाले फिलिस्तीनियों के घरों, कारों, दुकानों को जला दिया। घरों में पत्थर भी फेंके। इजराइल ने गुरुवार को गाजा के दूसरे रिफ्यूजी कैंप पर हमला किया।
गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा- बुरेज रिफ्यूजी कैंप में 15 लोगों की मौत हुई। यहां 46 हजार फिलिस्तीनी शरणार्थी रहते हैं। इसके पहले 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को इजराइल ने गाजा के सबसे बड़े जबालिया रिफ्यूजी कैंप पर हमला किया था।
इजराइली सेना वेस्ट बैंक में भी रेड कर रही है। यहां अब तक 1,220 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सेना का कहना है कि इनमें से 740 हमास के लड़ाके हैं।
इजराइली सेना का कहना है कि वेस्ट बैंक में भी हमास लड़ाके मौजूद हैं। यहां सेना और फिलिस्तीनियों के बीच झड़प हो रही है। जंग की शुरुआत से अब तक वेस्ट बैंक में रह रहे 128 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। 1,900 से ज्यादा लोग घायल हैं।
हमास लड़ाका बोला- तब तक गोलियां चलाईं जब तक बच्चों का चिल्लाना बंद नहीं हो गया
इजराइली सेना ने गिरफ्तार किए गए एक हमास लड़ाके का वीडियो जारी किया। इसमें उसने कबूल किया है कि उसने एक घर में बच्चों की जान ली है। वो कहता है- हम एक घर में घुसे। एक कमरे से बच्चों की आवाज आ रही थी। मैंने उस कमरे में तब तक गोलियां चलाईं जब तक बच्चों का चिल्लाना बंद नहीं हो गया। उसने कहा- मेरे माता-पिता नहीं जानते की मैं हमास का हिस्सा हूं, वो मुझे कभी माफ नहीं करेंगे।
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, हमास लड़ाकों के पास इजराइली सेना के अफसरों का एड्रेस है। इस बात का खुलासा मारे गए लड़ाकों के पास से मिले डॉक्यूमेंट्स से हुआ। चैनल 13 के मुताबिक, इन एड्रेस के जरिए लड़ाके एक अफसर के घर भी पहुंच गए थे, लेकिन सेना ने हमला नाकाम कर दिया।
जर्मनी में इजराइली राजदूत ने दूसरे देशों से घायल फिलिस्तीनियों के इलाज के लिए मदद मांगी है। उन्होंने अपील की है कि दूसरे देश जल्द हॉस्पिटल शिप मिस्र भेजें। यहां राफा बॉर्डर के जरिए घायल फिलिस्तीनी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
इजराइल की डिफेंस फोर्सेस ने गाजा में हमास की सुरंगों को तोड़ना शुरू कर दिया है। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक सुरंगों को फिलहाल गाजा के उन इलाकों में तोड़ा जा रहा है जो इजराइल के कब्जे में हैं। इन्हें तोड़ने के लिए इजराइली इंजीनियर्स विस्फोटक और रोबोट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं।
IDF की सदर्न कमांड के हेड ने कहा- हो सकता है शुरुआत में हमास हम पर इन सुरंगों से हमले करें। हम सुरंगों की एंट्री बंद कर देंगे। हमास के कमांडरों को अंदर ही दम घोंट कर मारेंगे। ये टनल अब आतंकियों की कब्र बनेंगी।