कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने राजनीति से संन्यास ले लिया। बुधवार को विधानसभा में उन्होंने कहा कि ये मेरी फेयरवेल स्पीच है। ये एक दुर्लभ पल है, क्योंकि अब मैं दोबारा चुनाव नहीं लडूंगा। मुझे बोलने का मौका देने के लिए शुक्रिया।
उन्होंने स्पीच में पीएम मोदी को धन्यवाद भी किया। उन्होंने कहा कि अगर भगवान ने मुझे शक्ति दी तो मैं पांच साल बाद होने वाले अगले विधानसभा चुनावों में भी भाजपा को सत्ता में लाने के लिए अपना पूरा जोर लगाऊंगा। मैं पहले ही कह चुका हूं कि अब मैं चुनाव नहीं लडूंगा, लेकिन पीएम मोदी और पार्टी ने मुझे जो सम्मान और पद मिला उसके मैं जीवनभर नहीं भूल पाऊंगा।
भावुक कर देने वाले अपने भाषण में उन्होंने कहा कि विपक्ष कहता है कि मुझे मुख्यमंत्री पद से उन्हें हटाया गया था। ये गलत है। येदियुरप्पा को किसी ने मुख्यमंत्री पद से नहीं हटाया था। येदियुरप्पा ने अपनी उम्र के चलते ये फैसला लिया था।
दरअसल, जुलाई 2021 में येदियुरप्पा ने पार्टी आलाकमान के कहने पर मुयख्मंत्री पद छोड़ दिया था और उनकी जगह पर बासवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया गया था। इसे लेकर विपक्ष कई बार येदियुरप्पा की पार्टी पोजिशन पर सवाल उठाता रहा है।
स्पीकर और विधायकों ने उनसे अनुरोध किया कि वे 24 फरवरी को कर्नाटक बजट सेशन के आखिरी दिन भी स्पीच दें। विपक्ष के कई सदस्यों ने उनसे कहा कि वे विधानसभा चुनाव दोबारा लड़ें। इस पर येदियुरप्पा ने कहा कि चुनाव न लड़ने का ये मतलब नहीं है कि वे घर पर बैठ जाएंगे। विधानसभा चुनावों के बाद वे राज्य का दौरा करेंगे और पार्टी और दूसरे उम्मीदवारों के लिए कैंपेन करेंगे। उन्होंने कहा कि वे आखिरी सांस तक पार्टी को बड़ा और मजबूत बनाने के लिए काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं इस तरफ बैठे अपने सभी विधायकों को कहना चाहूंगा कि आत्मविश्वास के साथ काम करें और चुनावों की तैयारी करें। उस तरफ बैठे कई लोग (विपक्ष) हमारे साथ आना चाहते हैं। अगर आप कॉन्फिडेंट रहेंगे तो हम उन्हें अपने साथ लेकर भाजपा को पूर्ण बहुमत दिलाकर सत्ता में आ जाएंगे।
येदि ने कहा कि अगर किसी को ये लगता है कि कुछ बातें बोलकर वे येदियुरप्पा को चुप करा देंगे, तो ऐसा नहीं होने वाला। मैं BJP के सारे विधायकों को बता देना चाहता हूं कि आगामी चुनावों में भी हम ही सत्ता में आएंगे। हमें पूर्ण बहुमत मिलने वाला है, ये बात उतनी ही सच है जितने सच चांद और सूरज हैं। ये भी तय है कि कांग्रेस को विपक्ष में ही बैठना होगा। इस बारे में आप अपने मन में कोई शक मत रखिएगा और ये भी मत सोचिएगा कि मैंने कोई भविष्यवाणी की है।येदियुरप्पा ने पिछले साल जुलाई में ऐलान किया था कि वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे और अपनी शिकारीपुरा वाली सीट को खाली कर देंगे। अगर हाईकमान ने अनुमति दी तो इस सीट से उनका बेटा और राज्य में पार्टी वाइस-प्रेसिडेंट बीवाई विजयेंद्र चुनाव लड़ेगा।
येदियुरप्पा ने शिवमोगा जिले के शिकारीपुरा से ही पुरासभा प्रेसिडेंट के तौर पर राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। इस सीट से वे पहली बार 1983 में विधानसभा के लिए चुने गए। इसके बाद वे लगातार 8 बार यहां से जीते।
बेंगलुरु में शनिवार को बीजेपी कार्यकारिणी की विशेष बैठक हुई। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने दावा किया कि कर्नाटक में भाजपा को सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता। हम कम से कम 130-140 सीटें जीतेंगे। कांग्रेस में अभी से ‘मैं हूं मुख्यमंत्री’ वाला टकराव शुरू हो गया है। कांग्रेस का नेता कौन है? राहुल गांधी?
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को चुनावी राजनीति से हटने का ऐलान किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि वे आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे और न ही भविष्य में उनकी कोई चुनाव लड़ने की इच्छा है। येदियुरप्पा ने कहा- मैं अभी 80 साल का हूं। मैं चुनाव नहीं लड़ सकता। हालांकि, बाद में उन्होंने साफ किया कि वह सक्रिय राजनीति में बने रहेंगे।