कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक एयरपोर्ट का वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें सिक्योरिटी चेकिंग के दौरान एक शख्स शाहरुख खान के जैसे पोज करता दिखाई दे रहा था। वो शख्स हूबहू शाहरुख के जैसे दिख भी रहा था। ये थे सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर इब्राहिम कादरी, जिन्हें शाहरुख खान का LOOK ALIKE कहा जाता है।
इब्राहिम कादरी इस वक्त अपने शहर गुजरात के जूनागढ़ में हैं। मिलकर बात करने में असमर्थ थे, तो मैं उनसे जूम कॉल के जरिए जुड़ी। जब मैंने उनको स्क्रीन पर देखा तो वो बिल्कुल शाहरुख के जैसे लग रहे थे। काला चश्मा लगाए, उनके बालों की स्टाइल भी SRK से काफी मिल रही थी। कपड़े पहनने का स्टाइल भी शाहरुख जैसा ही था।
इब्राहिम ने अपनी कहानी की शुरुआत बचपन के सफर से की। उन्होंने बताया, मेरा जन्म गुजरात के जूनागढ़ में एक लोअर मिडिल क्लास में हुआ था। परिवार की आर्थिक हालत शुरुआत में कुछ अच्छी नहीं थी। जब मैं छोटा था, तब घर की सारी जिम्मेदारी पापा के कंधों पर थी। मेरे एक बड़े भाई थे।
50 साल की उम्र में पापा का निधन हो गया। इस बात को लगभग 15-16 साल हो गए हैं। इस हादसे के बाद घर की जिम्मेदारी मुझ पर आ गई। बड़े भाई को इन सबसे कोई खास मतलब नहीं था। यही वजह है कि मैंने कम उम्र से ही कमाना शुरू कर दिया।
पढ़ाई के साथ मैं वाॅल पेंटिंग और होर्डिंग्स लगाने का काम करता था। इस काम के बदले मुझे कभी 150 रुपए तो कभी-कभार 500 रुपए मिल जाते थे। इन्हीं पैसों से मुझे घर का खर्च और खुद की जरूरतों को पूरा करना पड़ता था। कई दिन ऐसे भी बीते हैं कि सुबह का ही खाना नसीब होता था और शाम को खाना बनेगा या नहीं, कुछ पता नहीं होता था।
वो कहते हैं, हमेशा से लोग मुझसे कहते थे कि मैं सुपरस्टार शाहरुख खान जैसा दिखता हूं। पहले तो मैं उनकी बातों पर बिल्कुल ध्यान नहीं देता था। उस वक्त मैं काफी मोटा भी था। 2017 में जब फिल्म रईस रिलीज हुई थी, तब मुझे भी लगा कि मैं शाहरुख के जैसे दिखता हूं। हालांकि उस वक्त मैं सिर्फ 10% उनकी तरह दिखता था।
इसके बाद मैंने खुद पर काम करना शुरू किया। सबसे पहले मैंने अपना वेट 10-12 किलो कम किया। फिर उनके जैसी हेयरस्टाइल बनाई और कपड़े खरीदे। उनकी स्टाइल को कॉपी करने के लिए मैंने उनकी लगभग सारी फिल्में देखीं। शाहरुख की शायद 3-4 फिल्में ही होंगी, जो मैंने ना देखी हों। मैंने DDLJ 5-6 बार देखी है। मैं उनकी एक फिल्म को कई-कई बार देखता था।
हालांकि मेरे लिए ये सब भी करना आसान नहीं था। उस समय आमदनी बेहद कम थी। घर चलाने के साथ खुद पर पैसे खर्च करना बेहद मुश्किल था। मेरी मदद करने वाला भी कोई नहीं था। फिर भी काम किया। इतनी मेहनत के बाद मैं शाहरुख खान जैसे लगा हूं। अब आलम ये है कि लोग मुझे ही शाहरुख खान समझ लेते हैं। इस वजह से घर से निकलना भी कभी-कभार दुश्वार हो जाता है।
एक बार मैं क्रिकेट देखने स्टेडियम गया था। वहां पर मैंने कुछ ही मिनट बिताएंगे होंगे कि लोग मुझे शाहरुख खान समझ बैठे। धीरे-धीरे लोगों की संख्या बढ़ गई। हालात ये हो गए कि पुलिस की एक टीम वहां पहुंच गई। मैंने उन्हें समझाया कि मैं शाहरुख खान नहीं हूं, ये लोग मुझे शाहरुख समझ बैठे हैं। फिर किसी तरह से पुलिस टीम ने मुझे वहां से बाहर निकाला। इस दिन मुझे पता चला कि सेलिब्रिटी की तरह दिखना आसान नहीं है। कई बार मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
एक बार मैं मार्केट गया, वहां पर भी लोग मुझे शाहरुख समझ बैठे। सेल्फी लेने के लिए लोगों की भीड़ लग गई थी। प्यार तो बहुत मिलता है, लेकिन रोजमर्रा का काम प्रभावित हो जाता है। दुकानदार ज्यादा रेट पर सामान देने लगते हैं। वे कहते हैं..अरे भाई तुम तो शाहरुख खान हो। भीड़ से बचने के लिए कभी-कभी सिक्योरिटी भी साथ ले जानी पड़ती है।
इस पॉपुलैरिटी से मेरी आमदनी में सुधार आ गया। शादी और बड़े फंक्शन में लोग मुझे बुलाते हैं, जिसके बदले मुझे पैसे मिलते हैं। मैंने विदेशों में भी कई इवेंट किए हैं। एक इवेंट के बदले मुझे 1 से 2 लाख रुपए मिल जाते हैं।इब्राहिम कहते हैं- करीब 8 साल पहले मेरी मां का निधन हो गया था। वो पल मेरे लिए सबसे खराब था। उन्हें डायबिटीज थी। कई दिनों तक वो हाॅस्पिटल में रहीं। मैंने उनका बहुत इलाज कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इस बीमारी से लड़ते-लड़ते वो हार गईं और दुनिया से चल बसीं। उनके गुजर जाने के बाद मैं बिल्कुल बेसहारा हो गया। ऐसा लगा जैसे मुझसे सब कुछ छिन गया हो। हालांकि मैंने किसी तरह खुद को संभाला।
इस वक्त के अलावा कोविड का समय भी मेरे लिए बेहद खराब रहा। जब दुनिया में सब कुछ बंद था तो मेरे पास भी ना कोई काम और ना कोई कमाई का जरिया था। कुछ सेविंग्स थीं, उसी से कुछ महीने गुजरे। फिर तो जो तंगी का दौर शुरू हुआ, उसके बारे में आपको क्या बताऊं। इस दौरान तो कई दिन ऐसे बीते कि एक वक्त का ही खाना हो पाता था। दूसरे वक्त मैं सिर्फ पानी पीकर ही रहता।
नहीं, मैंने ना किसी फिल्म में काम किया है और ना ही किसी टीवी शो में। हां, सिर्फ सोशल मीडिया के जो एड होते हैं, मैंने उनमें काम किया है, जिससे मेरी कमाई भी हो जाती है। एक दो ऑफर आए थे, लेकिन मैं अभी इसके लिए तैयार नहीं हूं।
जी नहीं, मैं उनसे नहीं मिला हूं। फिलहाल मिलना भी नहीं चाहता।
इतना कहकर इब्राहिम चुप हो गए। मैं भी हैरान रह गई कि जिस एक्टर का हमशक्ल होने पर उन्हें इतनी पहचान मिली हो, जिससे उनका घर चलता हो, भला वो क्यों उस एक्टर से नहीं मिलना चाहते।
मेरी इस जिज्ञासा को देखते हुए उन्होंने कहा- मुझे लगता है जिस दिन मैं शाहरुख खान से मिला, सब कुछ खत्म हो जाएगा। मान लीजिए, अगर आपको फरारी बहुत पसंद हो और आप उसे लेना चाहते हों। जिस दिन आप उसे खरीद लेंगे, फिर उसके कुछ दिन बाद से ही आप उसे गैराज में रख देंगे और बाइक या किसी दूसरी चीज से ट्रैवल करने लगेंगे।
ठीक वैसे ही, अगर मैं शाहरुख खान से मिल लूंगा तो मेरे अंदर वो क्रेज खत्म हो जाएगा, जिसके लिए मैं इतनी मेहनत कर रहा हूं। अगर वो मुझसे मिलने की चाहत रखते हैं तो मैं उनके पास जरूर जाऊंगा। हालांकि मैं अपनी इच्छा से तो नहीं जाऊंगा। वो मेरे लिए खुदा की तरह हैं। मेरे दिल में उनके लिए काफी इज्जत है। जिस दिन मैं उनसे मिल लूंगा तो उनके प्रति चाहत दिन-ब-दिन कम होती जाएगी। इसलिए उनसे दूर रहकर ही उनकी हमेशा इज्जत करना चाहता हूं।