शरद पवार के NCP अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद नया अध्यक्ष चुनने के लिए शुक्रवार को 15 सदस्यीय कमेटी की बैठक हो रही है। पवार ने कहा है कि कमेटी जो फैसला लेगी, उन्हें मंजूर होगा। इधर कार्यकर्ता इस्तीफे का विरोध कर रहे हैं। गुरुवार को हजारों की संख्या में कार्यकर्ता पार्टी के मुख्यालय पहुंचे। पवार ने सभी से मुलाकात की।
इसके पहले गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन ने पवार से इस्तीफा वापस लेने की अपील की। NCP सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को शरद पवार के इस्तीफे के ऐलान के कुछ घंटों बाद ही दोनों ने सुप्रिया सुले को फोन करके यह बात कही थी।
82 साल के NCP चीफ शरद पवार ने मंगलवार को जब इस्तीफे का ऐलान किया, उसके बाद से ही पार्टी कार्यकर्ता उनके फैसले का विरोध कर रहे हैं। NCP सूत्रों के हवाले से पता चला है कि पवार के अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद कई गैर-भाजपा दलों के नेताओं ने उन्हें अगले लोकसभा चुनाव तक पार्टी अध्यक्ष बने रहने की सलाह दी थी।
बुधवार को पवार ने भी कहा था कि उन पर इस्तीफा वापस लेने के लिए भारी दबाव है। हालांकि, उनके भतीजे अजित ने कहा कि साहब का फैसला पलटता नहीं है। इधर, शरद पवार के इस्तीफे के ऐलान के एक दिन बाद जितेंद्र आव्हाड ने पार्टी महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद विधायक अनिल पाटिल ने भी शरद पवार को त्यागपत्र भेजा था।
बुधवार को मुंबई के यशवंत राव चव्हाण सेंटर में 15 सदस्यीय कमेटी की मीटिंग हुई। इसमें पार्टी के नए अध्यक्ष बनाने को लेकर चर्चा की गई। अध्यक्ष की दौड़ में अजित पवार, सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल का नाम आगे है। हालांकि, प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि वे अध्यक्ष पद के लिए तैयार नहीं हैं। उन्हें पार्टी ने पहले ही बड़ी जिम्मेदारी दे रखी है।
शरद पवार के भतीजे अजित पवार, शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और NCP के उपाध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल NCP अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल हैं।
शरद पवार ने मंगलवार को इस्तीफे में लिखा, ‘मेरे साथियों! मैं NCP के प्रेसिडेंट का पद छोड़ रहा हूं, लेकिन सामाजिक जीवन से रिटायर नहीं हो रहा हूं। लगातार यात्रा मेरी जिंदगी का अटूट हिस्सा बन गया है। मैं पब्लिक मीटिंग और कार्यक्रमों में शामिल होता रहूंगा। लोगों की समस्याएं सुलझाने के लिए मैं हर वक्त काम करता रहूंगा। लोगों का प्यार और भरोसा मेरी सांसें हैं।