नेताओं के कितना पैसा, ये जानने की चाहत हर किसी की होती है. राजनेता चुनाव के वक्त जानकारी तो देते हैं, लेकिन उसमें डिटेल नहीं होती. लेकिन बैंक के एक मामूली क्लर्क ने देशभर के नेताओं की पूरी कुंडली निकाल ली है. किस नेता के पास कितना पैसा है, इसका पूरा डिटेल पता कर लिया है. जब से इसका खुलासा हुआ है, कई पॉलिटिशियन सदमे में आ गए हैं. उन्हें डर लग रहा है कि कहीं दुनिया के सामने इसका खुलासा न हो जाए.
मामला इटली का है. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इटली के सबसे बड़े बैंक बैंका इंटेसा सैनपाओलो का कर्मचारी देश के 3500 से ज्यादा नेताओं, उद्योगपतियों, मशहूर हस्तियों और खिलाड़ियों के निजी बैंक खातों तक पहुंच गया. वहां की पूरी डिटेल निकाल ली. जैसे ही ये खबर सामने आई इटली की राजनीति में तूफान मच गया. जिन नेताओं की डिटेल्स खंगाली गई है, उनमें उनका नाम भी है. मेलोनी के अलावा उनकी पार्टी के कई नेताओं की डिटेल्स भी देखी गई है.
52 साल के क्लर्क विन्सेन्ज़ो कोविएलो से जब पूछा गया कि उसने ऐसा क्यों किया, तो उसने कहा- मुझे यह देखने की इच्छा थी कि हमारे नेता और बिजनेसमैन कितने अमीर हैं. मैं अपने करियर से निराशा था और उनकी बैंक डिटेल्स देखकर संतुष्टि मिली. उसने बताया कि डिटेल्स उसने कहीं नोट करके नहीं रखी है और न ही इसे किसी के साथ शेयर किया है. यह जानकारी सिर्फ उसके पास है. कोविएलो यह काम फरवरी 2022 से कर रहा था. दो साल में उसने 6,976 इन खातों को चेक किया.
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें पद से हटाने के लिए विपक्षी दल ये साजिश रच रहे हैं. कोविएलो सिर्फ उनका मोहरा है. मेलोनी के अलावा उनकी बहन एरियाना, मेलोनी की पार्टी ब्रदर्स ऑफ इटली के सचिवालय कोआर्डिनेटर और पीएम की पूर्व साथी एंड्रिया गिआम्ब्रूनो की डिटेल्स भी चेक की गई है. इनके अलावा रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो, यूरोपीय मामलों के मंत्री राफेल फिट्टो, पर्यटन मंत्री डेनिएला सांतांचे और सीनेट के अध्यक्ष इग्नाजियो ला रूसा की बैंक डिटेल्स भी कोविएलो ने खंगाली है.
क्लर्क कोविएलो बैंक में काम करता था, इसलिए खातों तक उसकी पहुंच आसान थी. उसने जान लिया है कि कितना पैसा आया, कब कितना पैसा निकाला गया. किन लोगों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए. कहां से पैसा आया. किस जगह पैसे भेजे गए. ऑनलाइन भुगतान किया गया या फिर कार्ड से किया गया. यह सारी जानकारी बेहद संवेदनशील होती है. इससे किसी के घर का पता निकाला जा सकता है. उसके संपर्कों, व्यापारिक लेनदेन की जानकारी हासिल की जा सकती है. उसके ऊपर कितना कर्ज है और उसे कौन फंडिंंग कर रहा है, सबके बारे में पता चल सकता है.