मोदी ने कितनी बार लिया नेहरू का नाम आइये जानिए

राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के जवाब में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा, ‘आप शिकायत करते हैं कि मैं पंडित जी का नाम नहीं लेता। आज मैं नेहरू जी कहता रहूंगा.. एंजाय.. आप कहते रहते हैं मोदी जी नेहरू जी का नाम नहीं लेते। इसलिए मैं आपकी इच्छा पूरी कर रहा हूं।’ इसके बाद प्रधानमंत्री ने अपने पूरे भाषण में आधा दर्जन से ज्यादा बार नेहरू और एक बार इंदिरा गांधी का जिक्र किया

प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से देश के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के संबोधन का हवाला देते हुए कहा, ‘पंडित जी ने कहा था कि कोरिया में युद्ध हमें प्रभावित कर रहा है। इसलिए महंगाई बढ़ रही है और हमारे नियंत्रण से बाहर जा रही है। देश के पहले प्रधानमंत्री ने देश के सामने अपने हाथ खड़े कर दिए थे।’
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि पंडित नेहरू ने यह बात तब कही थी जब वैश्वीकरण का दौर नहीं था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कोविड महामारी के बावजूद खाद्यान्न महंगाई को नियंत्रण में रखा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अगर अमेरिका में कुछ होता है तो इससे हमारी चीजों के मूल्य प्रभावित होते हैं। कल्पना कीजिए कि महंगाई की समस्या कितनी गंभीर रही होगी कि नेहरू को लाल किले से यह बात कहनी पड़ी थी। अगर आज आप सत्ता में होते तो महंगाई के लिए कोविड महामारी को जिम्मेदार ठहराते और भाग खड़े होते।

संवैधानिक अधिकारों के साथ-साथ संवैधानिक कर्तव्यों का भी पालन करने के सरकार के जोर देने पर कांग्रेस की टिप्पणी का जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने नेहरू की प्रसिद्ध किताब ‘भारत एक खोज’ का हवाला दिया। साथ ही दक्षिणी राज्यों के साथ भेदभाव करने के राहुल के आरोप का जवाब देने के लिए देश की विविधता में एकता के संदेश को पुस्तक से उद्धृत किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग इतिहास से सबक नहीं सीखते तो वे खुद को खोने का खतरा उठाते हैं। उन्होंने राहुल गांधी के उस आरोप भी पलटवार किया कि सरकार मुट्ठीभर उद्योगपतियों का पक्ष लेती है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कांग्रेस में कुछ लोग कुछ उद्योगपतियों को कोरोना वैरिएंट कहते हैं। वे इसे एए वैरिएंट कहते हैं। नेहरू और इंदिरा गांधी की सरकार को लोग टाटा-बिरला की सरकार कहते थे। अब आप उनकी भाषा बोल रहे हैं।’
राहुल गांधी ने कहा था, देश के लिए मेरे परनाना (जवाहर लाल नेहरू) 15 साल तक जेल में रहे थे। उन्होंने राष्ट्र के निर्माण में अपना पूरा जीवन लगा दिया। मोदी सरकार में समस्या की शुरुआत हो गई है।