हार्ट अटैक रिस्क : ऐसा क्यों होता है इसका कोई सटीक कारण नहीं है, बहुत से विशेषज्ञों का मानना है कि दिल के दौरे में वृद्धि का एक कारण हमारे शरीर विज्ञान है, और तापमान में गिरावट हैं, हृदय को प्रभावित करती है। कई अध्ययनों में यह देखा गया है कि सर्दियों में स्ट्रोक, हार्ट फेलियर, हृदय संबंधी समस्याएं और
सर्दियों में, शरीर के सिम्पाथैटिक नरवस सिस्टम की सक्रियता बढ़ जाती है, जो रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देती हैं, जब ऐसा होता है, तो ब्लड प्रेशर का स्तर बढ़ जाता है और दिल शरीर के अलग-अलग हिस्सों में खून को पहुंचाने में अधिक मेहनत करता है।
इसके अलावा, ठंडे महीनों के दौरान, शरीर के लिए गर्मी बनाए रखना मुश्किल हो जाता है और हाइपोथर्मिया का कारण बनता है, जिससे दिल की रक्त वाहिकाओं को नुकसान हो सकता है
सुनिश्चित करें कि आपने उचित कपड़े पहने हैं: मौसम में बदलाव होने पर आपके बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए मौसम के हिसाब से सही कपड़े पहनें, जैसे ठंड शुरू होने पर शरीर को अच्छी तरह ढकने वाले कपड़े पहनें।
एक्टिव रहें: अगर ठंडे मौसम में आप बाहर जाने की हिम्मत नहीं कर पाते हैं, तो एक्सरसाइज़ करने के दूसरे तरीके ढूंढ़े। रोज़ाना फिज़ीकल एक्टिविटी और एक्सरसाइज़ से आप इम्यूनिटी को बढ़ावा दे सकते हैं, जिससे शरीर में गर्मी बनी रहेगी और आप फिट रहेंगे। घर पर वर्कआउट करें, ऐरोबिक एक्सरसाइज़, योग और मेडिटेशन काफी मददगार साबित होता है।