कैसे हुई अनुपम खेर की फिल्मों में डेब्यू, आइये जानते हैं

अनुपम खेर ने फिल्म सारांश से बॉलीवुड डेब्यू किया था। इस फिल्म की सफलता के बाद उन्होंने एक हफ्ते में 57 फिल्में साइन की थी, लेकिन इस फिल्म में उन्हें काम महेश भट्ट को श्राप देने के बाद मिला। उन्हें शूटिंग के 10 दिन पहले ही फिल्म से निकाल दिया गया था और उनके जगह संजीव कुमार को कास्ट किया गया था।
दरअसल, फिल्म अर्थ के बाद महेश भट्ट दूसरी फिल्म सारांश (1984) बना रहे थे। जिसके लिए उन्होंने पहले अनुपम खेर को एक बूढ़े व्यक्ति के रोल के लिए कास्ट किया था। इसके लिए अनुपम खेर शूटिंग के 6 महीने पहले से ही बूढ़े व्यक्ति का रोल निभाने की तैयारी करने लगे थे। वो धोती-कुर्ता पहन कर बूढ़े व्यक्ति के जैसे छड़ी लेकर चलते थे।
शूटिंग 1 जनवरी को शुरू होने वाली थी, लेकिन 20 दिसंबर को उनके पास एक दोस्त का कॉल कि राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म सारांश से उन्हें निकाल दिया गया। ये सुनने के बाद अनुपम खेर ने महेश भट्ट को फोन किया। तब महेश भट्ट ने उन्हें बताया कि वो किसी न्यू कमर को अपनी फिल्म में कास्ट नहीं करना चाहते हैं, इस वजह से उन्होंने संजीव कुमार को कास्ट किया है।
इस घटना के बाद अनुपम खेर पूरी तरह से टूट गए। ये रिजेक्शन बर्दाश्त करना उनके लिए बहुत मुश्किल था। इससे पहले उन्होंने बहुत रिजेक्शन झेला था और ये फिल्म उनके लिए उम्मीद की किरण थी। इस रिजेक्शन के बाद उन्होंने मुंबई छोड़ने तक का फैसला कर लिया था, लेकिन इससे पहले एक बार वो महेश भट्ट से मिलता चाहते थे।
अनुपम खेर ने महेश भट्ट से मुलाकात की। महेश भट्टा को लगा कि अनुपम खेर ने उस रिजेक्शन को बहुत हल्के तरीके से लिया है और वो बस उनसे मिलने आए। इससे पहले वो कुछ बोलते, तब तक अनुपम खेर ने उनसे कहा कि वो बहुत बड़े धोखेबाज हैं। लास्ट टाइम पर कोई किसी को फिल्म से कैसे निकाल सकता है। उन्होंने आगे कहा- मैं एक ब्राह्मण व्यक्ति के रूप में आप को श्राप देता हूं।

अनुपम खेर की इन बातों को सुनकर महेश भट्ट को बिल्कुल गुस्सा नहीं आया, बल्कि वो अनुपम खेर की इन बातों और हरकतों से बहुत प्रभावित हुए। जिसके बाद उन्होंने फिल्म में दोबारा अनुपम खेर को कास्ट कर लिया।
फिल्म सारांश में अनुपम खेर के अलावा महेश भट्ट की पत्नी सोनी राजदान, रोहिणी हट्टंगड़ी और आलोक नाथ नजर आए थे। इस फिल्म का बजट 1 करोड़ रुपए था और बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ने 6 करोड़ का कलेक्शन किया था। सारांश की सफलता के बाद एक हफ्ते के अंदर ही अनुपम खेर ने 57 फिल्मों को साइन किया था।