गर्भवती की मौत के मामले में कृष्णा नगर में संचालित राज अर्चना अस्पताल में ताला जड़ दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग व पुलिस की संयुक्त टीम ने अस्पताल पर छापेमारी की। अवैध रूप से संचालित अस्पताल के मुख्य गेट पर स्वास्थ्य विभाग ने ताला जड़ दिया है। जांच पूरी होने तक अस्पताल में इलाज संबंधी गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
कृष्णा नगर लक्ष्मी विहार कालोनी निवासी इन्दु को प्रसव पीड़ा हुई थी। पति विकास सोनी ने पत्नी को राज अर्चना हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। ऑपरेशन से इन्दु की सांसें थम गई थी। पति का आरोप है कि प्रसव से पूर्व इंजेक्शन से पत्नी की हालत बिगड़ी थी। मौत के बाद दूसरे निजी अस्पताल भेजा। जहां डॉक्टरों ने पत्नी को मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने पुलिस व स्वास्थ्य विभाग में शिकायत की। स्वास्थ्य विभाग ने जांच के बाद चंदरनगर सीएचसी प्रभारी डॉ. शाहिद रजा, डॉ. अमित विक्रम व चौकी प्रभारी शैलेंद्र सिंह सेंगर ने अस्पताल में भर्ती मरीजों को सरकारी अस्पताल में शिफ्ट कराया। अस्पताल में ताला जड़ दिया है। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि जांच में पता चला कि अस्पताल का पंजीकरण नहीं था।