हिमाचल प्रदेश में बहुमत मिलने के बाद भी कांग्रेस अब तक CM का चेहरा तय नहीं कर पाई है। नई सरकार के गठन के लिए शिमला में 40 विधायकों की बैठक बुलाई गई। यह मीटिंग तय समय से 5 घंटे बाद शुरू हुई। इसमें प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला और ऑब्जर्वर भूपेश बघेल और भूपेंद्र हुड्डा भी शामिल हुए। करीब एक घंटे चली मीटिंग भी बेनतीजा रही, तय हुआ कि अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान करेगी।
CM की कुर्सी को लेकर प्रदेश के 6 नेता दावा कर रहे हैं। लेकिन प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और सुखविंदर सुक्खू में से किसी एक का CM बनना तय माना जा रहा है। प्रतिभा सिंह हिमाचल के 6 बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह की पत्नी हैं। वहीं, सुखविंदर सबसे लंबे समय तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे हैं। वह फिलहाल कांग्रेस की प्रचार समिति के अध्यक्ष भी हैं।
उधर, उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने बदमाशों को खुली चेतावनी दी। उन्होंने कानपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा “अगर किसी ने एक चौराहे पर शरारत की या डकैती डाली तो अगले चौराहे पर पहुंचते-पहुंचते पुलिस उसे ढेर कर चुकी होगी।” योगी आदित्यनाथ ने आगे बताया कि इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर (ICCC) के तहत राज्य के 18 शहरों को सेफ सिटी बनाने पर जोर दिया जा रहा है।
हिमाचल में CM की कुर्सी को लेकर 6 चेहरों पर चर्चा हुई, जिनमें प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह, सुखविंदर सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री, चंद्र कुमार, हर्षवर्धन चौहान और धनीराम शांडिल के नाम शामिल हैं। मगर किसी एक पर सहमति नहीं बन पाई। कांग्रेस के हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला ने बताया कि विधायक दल की बैठक में सबकी सहमति से एक प्रस्ताव पास हुआ।
इसमें तय हुआ कि हम कल (शनिवार) को रिपोर्ट सौपेंगे, जिस पर पार्टी हाईकमान फैसला लेगा। इसके बाद ही CM की घोषणा कर दी जाएगी। इससे पहले हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला, छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार बनाने का दावा पेश करने राजभवन पहुंचे। इस दौरान उनके साथ प्रदेश का एक भी नेता मौजूद नहीं था।