हिजबुल्लाह लेबनान को भी अपने साथ जंग में खींच रहा है, वजह जानिए

इजराइल की सेना ने चेतावनी दी है कि हिजबुल्लाह लेबनान को भी अपने साथ जंग में खींच रहा है। इससे उन्हें कुछ हासिल नहीं होगा, लेकिन ऐसा बहुत कुछ है जो वो खो सकते हैं। दूसरी तरफ, आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के डिप्टी लीडर शेख नईम कासिम ने कहा है कि अगर इजराइल ने गाजा पर जमीनी हमला किया तो हिजबुल्लाह भी जंग में शामिल हो जाएगा।
कासिम ने इजराइल को धमकी दी है कि अगर उसने गाजा पर कार्रवाई तेज की तो उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। हिजबुल्लाह लगातार लेबनान से इजराइल पर हमले कर रहा है। इसके जवाब में इजराइल ने भी कई एयरस्ट्राइक की हैं। कासिम ने बताया कि शनिवार को इजराइली हमले में उसके 6 लड़ाकों की मौत हो गई।
दूसरी तरफ, हिजबुल्लाह के एक लड़ाके की मौत पर कासिम ने कहा- हम इजराइल की सेना को कमजोर करके ये बताना चाहते हैं कि हम हर तरह के हालात से निपटने के लिए तैयार हैं। हिजबुल्लाह पहले से ही लेबनान बॉर्डर पर हमले करके जंग का रुख बदल रहा है। इससे इजराइल की सेना लेबनान से हमले रोकने में व्यस्त है और गाजा पर जमीनी कार्रवाई अब तक शुरू नहीं कर पाई है।
कासिम ने कहा- अगर इजराइल को लगता है कि वो फिलिस्तीनियों को मिटाने की कोशिश करेंगे और हम कुछ नहीं करेंगे तो वो गलत हैं। हम पहले से ही लड़ाई के केंद्र में हैं। इस जंग से कई उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं। इजराइल-हमास जंग के बीच लगातार इस बात की चिंता जताई गई है कि ईरान के समर्थन वाला आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के पास हजारों रॉकेट, मिसाइलें और ड्रोन्स हैं।
ऐसे में गाजा पर हमले से भड़का हिजबुल्लाह उत्तरी इजराइल में जंग की शुरुआत कर सकता है। डिप्टी लीडर कासिम ने कहा- हमसे जो भी अधिकारी संपर्क कर रहे हैं, हम उनसे यही कह रहे हैं कि इजराइल गाजा पर हमले रोक दे ताकि जंग और उसके बुरे परिणाम को समय रहते कंट्रोल किया जा सके।
वहीं इजराइल की सेना के प्रवक्ता जॉनाथन कॉनरिकस ने कहा- हिजबुल्लाह इस वक्त बहुत ही खतरनाक खेल खेल रहा है। वो हालात को और बिगाड़ रहा है। लेबनान से रोज ज्यादा से ज्यादा हमले किए जा रहे हैं। क्या लेबनान गाजा के आतंकियों के लिए अपने देश की शांति और समृद्धि को दांव पर लगाने के लिए तैयार है? कॉनरिकस ने कहा- लेबनान के अधिकारियों को इस सवाल का जवाब ढूंढने की जरूरत है।
जंग की वजह से अब तक साउथ इजराइल से लोग नॉर्थ की तरफ आ रहे थे। अब नॉर्थ से भी पलायन शुरू हो गया है। लेबनान से सटे शहर खाली हैं। लोगों को सरकार ने दूसरे शहरों के होटलों में रखा है। शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने लेबनानी सीमा के पास 20 हजार से ज्यादा आबादी वाले किर्यत शमोना शहर को खाली करने का ऐलान किया।
इसके अलावा इजराइल सरकार लेबनान बॉर्डर से 14 और गांव खाली करवाने की तैयारी कर रही है। सरकार ने ये फैसला हिजबुल्लाह के हमले के खतरे की वजह से किया गया है। हिजबुल्लाह के पास लंबी दूरी तक मार करने वाले रॉकेट हैं। उसकी तरफ से इजराइल पर लगातार हमले हो रहे हैं। हिजबुल्लाह लेबनान में काफी ताकत रखता है। हिजबुल्लाह के लीडर हसन नसरूल्ला लेबनान में ही रहते हैं।
हिजबुल्लाह और हमास के बीच मीटिंग होती रहती है। ऐसी रिपोर्ट्स आई हैं कि इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले से पहले ईरान, हिजबुल्लाह और हमास सीरिया में मिले थे। नॉर्दर्न फ्रंट में हिजबुल्लाह और इजराइल का हमेशा से तनाव रहा है।
2006 में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह संगठन ने इजराइल पर हमला कर दिया था। इसके जवाब में इजराइली सेना ने एक ऑपरेशन चलाया था। इजराइल ने लेबनान पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए थे। जमीन से हमले के लिए इजराइली सेना लेबनान में घुस गई थी।
34 दिनों तक चले इस ऑपरेशन में इजराइली सेना ने हिजबुल्लाह के कैंप पर कम दूरी की मिसाइलों और तोपों से गोले बरसाए थे। इस ऑपरेशन के खत्म होने के बाद इजराइल ने दावा किया था कि उसने हिजबुल्लाह के नेटवर्क को पूरी तरह से तबाह कर दिया है।
इजराइल हमास जंग शुरू होने के 13 दिन बाद हमास ने 2 अमेरिकी बंधकों को रिहा कर दिया। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि ये कतर की मध्यस्थता से संभव हो पाया है। अमेरिका अपने सभी नागरिकों को रिहा कराना चाहता है